दिल्ली गैंगरेप की शिकार दामिनी को ही दोषी ठहराने और फिर आलोचकों की तुलना कुत्ते से करने वाले आसाराम बापू एक बार फिर अपनी हरकतों और बयानों की वजह से विवादों में हैं। मध्यप्रदेश के विदिशा में चार फरवरी को हुए एक सत्संग कार्यक्रम में आसाराम ने यमदूत को गाली दी और कार्यक्रम खत्म होने के बाद उन्होंने अपने एक भक्त के सिर पर लात भी मारी। समय-समय पर आपा खोने वाले आसाराम ने कुछ महीनों पहले गाजियाबाद में भी एक पत्रकार के सवाल पूछने पर उसे घूंसा रसीद कर दिया था।
आसाराम बापू के एक भक्त अमान सिंह दांगी का आरोप है कि सत्संग खत्म होने के बाद वह बापू के पैर छूने और आर्शीवाद लेने के लिए उनके पास गया। जैसे ही उसने आसाराम के पैर छूने की कोशिश की तो आसाराम ने उन्हें लात मार कर अपने से दूर कर दिया। विदिशा के मैदा मिल में आसाराम का सत्संग था। कार्यक्रम के बाद जब आसाराम यहां से निकल रहे थे तब अमान सिंह दांगी ने उनके पैर छूने की कोशिश की थी। दांगी ने टीवी चैनलों को दिए बयान में अपनी आपबीती सुनाई है। दांगी ने कहा कि उन्हें बापू की इस हरकत से बहुत दुख हुआ। उन्हें अपने आप पर भी शर्म आई और रात को ठीक से सो भी नहीं सके। उन्होंने कहा कि वह बापू को बहुत श्रद्धा से देखते थे लेकिन इस घटना ने उनके विचार बदल दिए हैं। इससे पहले आसाराम ने एक प्रसंग में यमदूत को मंच से ही गाली भी दी।
आसाराम बापू के एक भक्त अमान सिंह दांगी का आरोप है कि सत्संग खत्म होने के बाद वह बापू के पैर छूने और आर्शीवाद लेने के लिए उनके पास गया। जैसे ही उसने आसाराम के पैर छूने की कोशिश की तो आसाराम ने उन्हें लात मार कर अपने से दूर कर दिया। विदिशा के मैदा मिल में आसाराम का सत्संग था। कार्यक्रम के बाद जब आसाराम यहां से निकल रहे थे तब अमान सिंह दांगी ने उनके पैर छूने की कोशिश की थी। दांगी ने टीवी चैनलों को दिए बयान में अपनी आपबीती सुनाई है। दांगी ने कहा कि उन्हें बापू की इस हरकत से बहुत दुख हुआ। उन्हें अपने आप पर भी शर्म आई और रात को ठीक से सो भी नहीं सके। उन्होंने कहा कि वह बापू को बहुत श्रद्धा से देखते थे लेकिन इस घटना ने उनके विचार बदल दिए हैं। इससे पहले आसाराम ने एक प्रसंग में यमदूत को मंच से ही गाली भी दी।
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