महिलाओं की सहायता करेंगे किन्नर
अहमदाबाद। घर में बच्चे का जन्म हुआ हो या शादी का अवसर हो, पता लगते ही बिना बुलाए अपना नेग लेने को पहुंचने वाले किन्नर अब मुसीबत में फंसी महिलाओं की मदद करते नजर आएंगे। दिल्ली में पैरामेडिकल की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म व दी गई प्रताड़ने के बाद उसकी मौत से लोगों में ही नहीं किन्नरों में भी उबाल है।
यही वजह है कि अब वो खुद महिलाओं की सुरक्षा के लिए आगे आ रहे हैं। शहर के घाटलोडिया इलाके में रहने वाली और जिले के विरमगाम इलाके में नेग वसूली करने वाले किन्नर लैला मांसी व उनके दस साथी किन्नरों ने मुसीबत में फंसी महिलाओं की दिन हो या रात कभी भी किसी भी समय मदद करने का ऎलान किया है।
इतना ही नहीं लैला व उनके साथी किन्नर लोकरक्षक सेवा समिति की ओर से महिलाओं की सुरक्षा हेतु जल्द शुरू होने जा रही महिला सुरक्षा समिति (वुमन डिफेंस कमेटी) से जुड़ भी गए हैं।
इस बारे में किन्नर लैला का कहना है कि वो और उनके साथी भी चाहते हैं कि वो कुछ ऎसा करें जो दूसरों के लिए मददगार और कल्याणकारी हो, जिस पर वो गर्व कर सकें। यही वजह है कि वो और उनके साथी किन्नरों ने मुसीबत में फंसी महिलाओं की सुरक्षा करने का निर्णय किया है।
लोकरक्षक सेवा समिति के अधीनस्थ जल्द शुरू होने जा रही महिला सुरक्षा समिति के अध्यक्ष पृथ्वी भट्ट का कहना है कि लैला की तरह ही करीब 30 किन्नर महिलाओं की सुरक्षा के लिएआगे आए हैं और उनकी महिला सुरक्षा सेवा समिति से जुड़े हैं। वे बताते हैं कि किन्नरों के अलावा शहर के डेढ़ सौ के करीब युवा और 60 के करीब युवतियां भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्वयं मदद को आगे आए हैं। कई युवतियां भी आगे आई हैं। ऎसी ही एक युवती तन्वी सीरसागर का कहना है कि वो राह चलते, कॉलेज, बाजार आते जाते छेड़छाड़ का सामना करने वाली महिलाओं की मदद करना चाहती है। इसलिए वो इस समिति से जुड़ी है। वो और उनके साथी ऎसी महिलाओं के लिए ज्यादा मददगार साबित हो सकते हैं जो पुलिस की मदद नहीं लेना चाहते लेकिन समस्या से भी निजात पाना चाहते हैं।
हेल्पलाइन नंबर के जरिए होंगे हेल्पफुल
भट्ट बताते हैं कि वे जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर लेंगे जिसके जरिए वो किन्नरों, युवक और युवती स्वयंसेवियों के जरिए मुसीबत में फंसी महिलाओं के लिए हेल्पफुल हो सकेंगे। अब तक करीब ढाई सौ स्वयंसेवी उनसे जुड़े हैं इन सभी के मोबाइल नंबरों को हेल्पलाइन नंबर से जोड़ा जाएगा। इस पर महिला की ओर से मदद के लिए फोन आने पर इससे जुड़ा मैसेज सभी सदस्यों के मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा, ताकि जो सदस्य पीडिता के पास वाले स्थल पर हो वो जल्द वहां पहुंच सके। शुरूआत में ये समिति अहमदाबाद शहर में कार्य करेगी और सफलता मिलने पर जिला और फिर आगे चलकर राज्यभर में भी इसे शुरू किया जा सकता है।
सिखाएंगे आत्मरक्षा के गुर
भट्ट बताते हैं कि वे प्रताड़ना का सामना करने के लिए उनकी समिति महिलाओं, युवतियों को आत्मरक्षा के गुर भी सिखाएगी। इसके लिए उन्हें अल्पकालिक ताईक्वांडो, मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिलाने की योजना है। ये प्रशिक्षण इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की मानद सेवाएं लेकर दिलाने की योजना है।
अहमदाबाद। घर में बच्चे का जन्म हुआ हो या शादी का अवसर हो, पता लगते ही बिना बुलाए अपना नेग लेने को पहुंचने वाले किन्नर अब मुसीबत में फंसी महिलाओं की मदद करते नजर आएंगे। दिल्ली में पैरामेडिकल की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म व दी गई प्रताड़ने के बाद उसकी मौत से लोगों में ही नहीं किन्नरों में भी उबाल है।
यही वजह है कि अब वो खुद महिलाओं की सुरक्षा के लिए आगे आ रहे हैं। शहर के घाटलोडिया इलाके में रहने वाली और जिले के विरमगाम इलाके में नेग वसूली करने वाले किन्नर लैला मांसी व उनके दस साथी किन्नरों ने मुसीबत में फंसी महिलाओं की दिन हो या रात कभी भी किसी भी समय मदद करने का ऎलान किया है।
इतना ही नहीं लैला व उनके साथी किन्नर लोकरक्षक सेवा समिति की ओर से महिलाओं की सुरक्षा हेतु जल्द शुरू होने जा रही महिला सुरक्षा समिति (वुमन डिफेंस कमेटी) से जुड़ भी गए हैं।
इस बारे में किन्नर लैला का कहना है कि वो और उनके साथी भी चाहते हैं कि वो कुछ ऎसा करें जो दूसरों के लिए मददगार और कल्याणकारी हो, जिस पर वो गर्व कर सकें। यही वजह है कि वो और उनके साथी किन्नरों ने मुसीबत में फंसी महिलाओं की सुरक्षा करने का निर्णय किया है।
लोकरक्षक सेवा समिति के अधीनस्थ जल्द शुरू होने जा रही महिला सुरक्षा समिति के अध्यक्ष पृथ्वी भट्ट का कहना है कि लैला की तरह ही करीब 30 किन्नर महिलाओं की सुरक्षा के लिएआगे आए हैं और उनकी महिला सुरक्षा सेवा समिति से जुड़े हैं। वे बताते हैं कि किन्नरों के अलावा शहर के डेढ़ सौ के करीब युवा और 60 के करीब युवतियां भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्वयं मदद को आगे आए हैं। कई युवतियां भी आगे आई हैं। ऎसी ही एक युवती तन्वी सीरसागर का कहना है कि वो राह चलते, कॉलेज, बाजार आते जाते छेड़छाड़ का सामना करने वाली महिलाओं की मदद करना चाहती है। इसलिए वो इस समिति से जुड़ी है। वो और उनके साथी ऎसी महिलाओं के लिए ज्यादा मददगार साबित हो सकते हैं जो पुलिस की मदद नहीं लेना चाहते लेकिन समस्या से भी निजात पाना चाहते हैं।
हेल्पलाइन नंबर के जरिए होंगे हेल्पफुल
भट्ट बताते हैं कि वे जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर लेंगे जिसके जरिए वो किन्नरों, युवक और युवती स्वयंसेवियों के जरिए मुसीबत में फंसी महिलाओं के लिए हेल्पफुल हो सकेंगे। अब तक करीब ढाई सौ स्वयंसेवी उनसे जुड़े हैं इन सभी के मोबाइल नंबरों को हेल्पलाइन नंबर से जोड़ा जाएगा। इस पर महिला की ओर से मदद के लिए फोन आने पर इससे जुड़ा मैसेज सभी सदस्यों के मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा, ताकि जो सदस्य पीडिता के पास वाले स्थल पर हो वो जल्द वहां पहुंच सके। शुरूआत में ये समिति अहमदाबाद शहर में कार्य करेगी और सफलता मिलने पर जिला और फिर आगे चलकर राज्यभर में भी इसे शुरू किया जा सकता है।
सिखाएंगे आत्मरक्षा के गुर
भट्ट बताते हैं कि वे प्रताड़ना का सामना करने के लिए उनकी समिति महिलाओं, युवतियों को आत्मरक्षा के गुर भी सिखाएगी। इसके लिए उन्हें अल्पकालिक ताईक्वांडो, मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिलाने की योजना है। ये प्रशिक्षण इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की मानद सेवाएं लेकर दिलाने की योजना है।
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