बाड़मेर शहर में मिला बम का जखीरा
बाड़मेर। बाड़मेर शहर में बुधवार को जमीन में दबे बमों का जखीरा मिलने से सनसनी फैल गई। शहर के बॉर्डर होमगार्ड परिसर में एक साथ साठ बम मिलने से होमगार्ड परिसर के आस-पास आबाद मौहल्लों में भय व्याप्त हो गया। सेना विशेषज्ञों के सहयोग से पुलिस ने सभी बमों को सुरक्षित रखवाया है, जिनका संभवत: गुरूवार को निस्तारण होगा।
बॉर्डर होमगार्ड परिसर में मिनी स्टेडियम के निर्माण के दौरान दस दिन पहले खुदाई में छह बम मिले थे, जिनके निस्तारण के लिए सैन्य स्टेशन जसाई से विशेषज्ञों की टीम बुधवार को होमगार्ड मुख्यालय पहुंची। उन्होंने मौका मुआयना करने के दौरान अनुमान लगाया कि जिस स्थान पर छह बम मिले, वहां और भी बम हो सकते हैं। उनका अनुमान सही निकला और खुदाई में बमों का जखीरा मिला। यहां साठ बम मिले, जिसमें अधिकांश बम पर कैप लगी है और बारूद भरा है। सभी बमों पर 1965 का टेग लगा है। संभवत: 1965 के भारत-पाक युद्ध में बम यहीं दबे रह गए। अब तक होमगार्ड परिसर मे मिले बमों की संख्या छियासठ हो गई है। बमों के मिलने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट मौके पर पहुंचे। उन्होंने सेना विशेषज्ञों के साथ विचार विमर्श कर आवश्यक कार्रवाई हो अंजाम दिया।
गढढ्े में रखवाए बम
होमगार्ड परिसर व आस-पास आबादी के मद्देनजर सभी बमो को सुरक्षित रखवाया गया। एक बड़ा गढढ्ा खोदकर सभी बम उसमें रखवाए। सेना विशेषज्ञो ने होमगार्ड अधिकारियों व जवानों को दिशा निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने चेतक वाहन को गश्त पर रहने के निर्देश दिए।
बर्बाद हो जाता बाड़मेर
बॉर्डर होमगार्ड परिसर के ठीक पास आकाशवाणी केन्द्र है। यहां से 500 मीटर के दायरे में पुलिस लाइन, जेल, कलेक्ट्रेट, कलक्टर-एसपी सहित तमाम अधिकारियों के आवास और आबादी है। बमों का जखीरा यदि फट जाता तो तबाही मच जाती। जानकारों का कहना है कि तबाही का असर करीब ढाई किलोमीटर तक रहता। ऎसे में पूरा बाड़मेर बर्बाद हो जाता।
पूरे परिसर में सर्च करेंगे
साठ बम बुधवार को मिले हैं, जिसमें कई बम जीवित दिखाई दे रहे हैं। सेना विशेषज्ञ गुरूवार को होमगार्ड परिसर में ही बमों का निस्तारण करवाएंगे। सभी बम सुरक्षित रखवाए हैं। पूरे होमगार्ड परिसर में सर्च ऑपरेशन किया जाएगा।
-राहुल बारहट, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर
बाड़मेर। बाड़मेर शहर में बुधवार को जमीन में दबे बमों का जखीरा मिलने से सनसनी फैल गई। शहर के बॉर्डर होमगार्ड परिसर में एक साथ साठ बम मिलने से होमगार्ड परिसर के आस-पास आबाद मौहल्लों में भय व्याप्त हो गया। सेना विशेषज्ञों के सहयोग से पुलिस ने सभी बमों को सुरक्षित रखवाया है, जिनका संभवत: गुरूवार को निस्तारण होगा।
बॉर्डर होमगार्ड परिसर में मिनी स्टेडियम के निर्माण के दौरान दस दिन पहले खुदाई में छह बम मिले थे, जिनके निस्तारण के लिए सैन्य स्टेशन जसाई से विशेषज्ञों की टीम बुधवार को होमगार्ड मुख्यालय पहुंची। उन्होंने मौका मुआयना करने के दौरान अनुमान लगाया कि जिस स्थान पर छह बम मिले, वहां और भी बम हो सकते हैं। उनका अनुमान सही निकला और खुदाई में बमों का जखीरा मिला। यहां साठ बम मिले, जिसमें अधिकांश बम पर कैप लगी है और बारूद भरा है। सभी बमों पर 1965 का टेग लगा है। संभवत: 1965 के भारत-पाक युद्ध में बम यहीं दबे रह गए। अब तक होमगार्ड परिसर मे मिले बमों की संख्या छियासठ हो गई है। बमों के मिलने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट मौके पर पहुंचे। उन्होंने सेना विशेषज्ञों के साथ विचार विमर्श कर आवश्यक कार्रवाई हो अंजाम दिया।
गढढ्े में रखवाए बम
होमगार्ड परिसर व आस-पास आबादी के मद्देनजर सभी बमो को सुरक्षित रखवाया गया। एक बड़ा गढढ्ा खोदकर सभी बम उसमें रखवाए। सेना विशेषज्ञो ने होमगार्ड अधिकारियों व जवानों को दिशा निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने चेतक वाहन को गश्त पर रहने के निर्देश दिए।
बर्बाद हो जाता बाड़मेर
बॉर्डर होमगार्ड परिसर के ठीक पास आकाशवाणी केन्द्र है। यहां से 500 मीटर के दायरे में पुलिस लाइन, जेल, कलेक्ट्रेट, कलक्टर-एसपी सहित तमाम अधिकारियों के आवास और आबादी है। बमों का जखीरा यदि फट जाता तो तबाही मच जाती। जानकारों का कहना है कि तबाही का असर करीब ढाई किलोमीटर तक रहता। ऎसे में पूरा बाड़मेर बर्बाद हो जाता।
पूरे परिसर में सर्च करेंगे
साठ बम बुधवार को मिले हैं, जिसमें कई बम जीवित दिखाई दे रहे हैं। सेना विशेषज्ञ गुरूवार को होमगार्ड परिसर में ही बमों का निस्तारण करवाएंगे। सभी बम सुरक्षित रखवाए हैं। पूरे होमगार्ड परिसर में सर्च ऑपरेशन किया जाएगा।
-राहुल बारहट, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर
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