वाशिंगटन. अमेरिका में एक प्रसिद्ध चकलाघर के मालिक का कहना है कि वेश्यावृत्ति अमेरिका को मंदी से उबार सकती है। नेवादा के मूनलाइट बनी रैंच के संचालक डैनिस होफ मानते हैं कि वेश्यावृत्ति जैसा कोई व्यवसाय नहीं है।
डैनिस ने अमेरिकी समाचार वेबसाइट हफिंग्टन पोस्ट से बातचीत में कहा कि देश को मंदी से उबारने के लिए वेश्यावृत्ति को कानूनी दर्जा देकर उस पर टैक्स लगाना अच्छा उपाय है। डेनिस के मुताबिक वेश्यावृत्ति के धंधे में कभी मंदी नहीं आती है और अमेरिकी सरकार मंदी से निकलने के लिए इस धंधे का सहारा ले सकती है।
डेनिस होफ ने कहा, 'मैं प्रति वर्ष साढ़े तीन लाख डॉलर टैक्स में चुकाता हूं। सरकार इस पैसे को मुझ से ले सकती है या फिर इसे एक वेश्यालय चलाने में निवेश कर सकती है। यह मेरे ऊपर है कि मैं टैक्स चुकाकर अपने समुदाय की मदद करता हूं या फिर वेश्यालय को गैरकानूनी तरीके से चलाकर टैक्स चुरा सकता हूं।'
होफ ने यह भी कहा कि मंदी पर आगामी चर्चा के दौरान मैरिजुआना और वेश्यावृत्ति को कानूनन करने पर भी चर्चा होनी चाहिए। अर्थशास्त्रियों का भी मानना है कि वेश्यावृत्ति और नशे पर टैक्स लगाकर सरकार दोबारा अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला सकती है।
क्रिश्चियन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक सालाना 30 बिलियन डॉलर से अधिक दुनिया भर में वेश्यावृत्ति पर खर्च होते हैं। डेनिस के मुताबिक सरकार वेश्यावृत्ति को कानूनन करे या न करे लोग इस पर इतनी रकम खर्च करते रहेंगे। वेश्यावृत्ति रुकने वाली नहीं है, बेहतर है कि टैक्स लगाकर इससे सरकार कमाई करे।
डेनिस होफ कहते हैं, 'पूरे अमेरिका में लोग सालाना अरबों डॉलर वेश्यावृत्ति से कमा रहे हैं और इस पैसे का कोई हिस्सा टैक्स के रूप में सरकार तक नहीं पहुंच रहा है। नेवादा प्रांत के कुछ हिस्सों को छोड़कर वेश्यावृत्ति पर कहीं भी टैक्स नहीं लगता है। आप पांबदी लगाकर वेश्यावृत्ति को नहीं रोक सकते हैं, सिर्फ इसे वैध करके पैसा कमाना ही सबसे बेहतर उपाय है।' डेनिस कहते हैं, 'मैं कानून बनाने वालों के रवैये से हैरत में हूं, वो जानते हैं कि वेश्यावृत्ति को वैध करके मंदी से उबरा जा सकता है लेकिन वो फिर भी ऐसा नहीं कर रहे हैं।'
डैनिस ने अमेरिकी समाचार वेबसाइट हफिंग्टन पोस्ट से बातचीत में कहा कि देश को मंदी से उबारने के लिए वेश्यावृत्ति को कानूनी दर्जा देकर उस पर टैक्स लगाना अच्छा उपाय है। डेनिस के मुताबिक वेश्यावृत्ति के धंधे में कभी मंदी नहीं आती है और अमेरिकी सरकार मंदी से निकलने के लिए इस धंधे का सहारा ले सकती है।
डेनिस होफ ने कहा, 'मैं प्रति वर्ष साढ़े तीन लाख डॉलर टैक्स में चुकाता हूं। सरकार इस पैसे को मुझ से ले सकती है या फिर इसे एक वेश्यालय चलाने में निवेश कर सकती है। यह मेरे ऊपर है कि मैं टैक्स चुकाकर अपने समुदाय की मदद करता हूं या फिर वेश्यालय को गैरकानूनी तरीके से चलाकर टैक्स चुरा सकता हूं।'
होफ ने यह भी कहा कि मंदी पर आगामी चर्चा के दौरान मैरिजुआना और वेश्यावृत्ति को कानूनन करने पर भी चर्चा होनी चाहिए। अर्थशास्त्रियों का भी मानना है कि वेश्यावृत्ति और नशे पर टैक्स लगाकर सरकार दोबारा अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला सकती है।
क्रिश्चियन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक सालाना 30 बिलियन डॉलर से अधिक दुनिया भर में वेश्यावृत्ति पर खर्च होते हैं। डेनिस के मुताबिक सरकार वेश्यावृत्ति को कानूनन करे या न करे लोग इस पर इतनी रकम खर्च करते रहेंगे। वेश्यावृत्ति रुकने वाली नहीं है, बेहतर है कि टैक्स लगाकर इससे सरकार कमाई करे।
डेनिस होफ कहते हैं, 'पूरे अमेरिका में लोग सालाना अरबों डॉलर वेश्यावृत्ति से कमा रहे हैं और इस पैसे का कोई हिस्सा टैक्स के रूप में सरकार तक नहीं पहुंच रहा है। नेवादा प्रांत के कुछ हिस्सों को छोड़कर वेश्यावृत्ति पर कहीं भी टैक्स नहीं लगता है। आप पांबदी लगाकर वेश्यावृत्ति को नहीं रोक सकते हैं, सिर्फ इसे वैध करके पैसा कमाना ही सबसे बेहतर उपाय है।' डेनिस कहते हैं, 'मैं कानून बनाने वालों के रवैये से हैरत में हूं, वो जानते हैं कि वेश्यावृत्ति को वैध करके मंदी से उबरा जा सकता है लेकिन वो फिर भी ऐसा नहीं कर रहे हैं।'
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