पहले रिश्वत मांगी फिर रिश्वत की पेशकश
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरूवार को चितौड़गढ़ पुलिस लाइंस में कार्यरत एएसआई घनश्याम सिंह को अड़तीस हजार रूपए की रिश्वत देते गिरफ्तार किया। एसीबी महानिरीक्षक उमेश मिश्र ने बताया कि परिवादी रतन लाल जांगीड़ एक मुकदमे को लेकर जेल में बंद था।
एएसआई घनश्याम सिंह ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करने की एवज में अस्सी हजार रूपए की रिश्वत की मांग की। इस पर रतन लाल तैयार हो गया। उसने पहली किश्त के रूप में दस हजार रूपए घनश्याम सिंह के मित्र व वकील को दे दिए। इस बीच रतनलाल ने फरवरी में घनश्याम सिंह के खिलाफ ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवा दी। सिंह और उसके मित्र को इसकी भनक लग गई।
इसके बाद दोनों ने रतनलाल पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया। दोनों ने रतनलाल से कहा कि वह उनके पक्ष में लिखित में यह बयान दें कि उसके किसी प्रकार की रिश्वत नहीं मांगी गई है। इसके बदले वे उसे एक लाख रूपए देंगे। रतनलाल इसके लिए तैयार हो गया। सौदा सिंह के मित्र भगवान सिंह के बंगले पर होना तय हुआ लेकिन रतनलाल ने चालाकी दिखाते हुए ब्यूरो में शिकायत कर दी।
इस पर एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर एएसआई घनश्याम सिंह को अड़तीस हजार रूपए की रिश्वत देते गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई नगर विकास न्यास (यूआईटी)के दफ्तर के बाहर हुई। सिंह रतनलाल को रिश्वत देने भगवान सिंह के बंगले पर आया था। भगवान सिंह एसीबी टीम को देखकर मौके फरार हो गया।
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरूवार को चितौड़गढ़ पुलिस लाइंस में कार्यरत एएसआई घनश्याम सिंह को अड़तीस हजार रूपए की रिश्वत देते गिरफ्तार किया। एसीबी महानिरीक्षक उमेश मिश्र ने बताया कि परिवादी रतन लाल जांगीड़ एक मुकदमे को लेकर जेल में बंद था।
एएसआई घनश्याम सिंह ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करने की एवज में अस्सी हजार रूपए की रिश्वत की मांग की। इस पर रतन लाल तैयार हो गया। उसने पहली किश्त के रूप में दस हजार रूपए घनश्याम सिंह के मित्र व वकील को दे दिए। इस बीच रतनलाल ने फरवरी में घनश्याम सिंह के खिलाफ ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवा दी। सिंह और उसके मित्र को इसकी भनक लग गई।
इसके बाद दोनों ने रतनलाल पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया। दोनों ने रतनलाल से कहा कि वह उनके पक्ष में लिखित में यह बयान दें कि उसके किसी प्रकार की रिश्वत नहीं मांगी गई है। इसके बदले वे उसे एक लाख रूपए देंगे। रतनलाल इसके लिए तैयार हो गया। सौदा सिंह के मित्र भगवान सिंह के बंगले पर होना तय हुआ लेकिन रतनलाल ने चालाकी दिखाते हुए ब्यूरो में शिकायत कर दी।
इस पर एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर एएसआई घनश्याम सिंह को अड़तीस हजार रूपए की रिश्वत देते गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई नगर विकास न्यास (यूआईटी)के दफ्तर के बाहर हुई। सिंह रतनलाल को रिश्वत देने भगवान सिंह के बंगले पर आया था। भगवान सिंह एसीबी टीम को देखकर मौके फरार हो गया।
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