बॉक्सिंग,तीरंदाजी संघ की मान्यताएं निलंबित
नई दिल्ली। भारतीय खेलों के लिए एक और बुरी खबर है। सरकार ने भारतीय बॉक्सिंग संघ और तीरंदाजी संघ की मान्यताएं रद्द कर दी है। खेल मंत्रालय का कहना है कि अब पैसा सीधा खिलाडियों के पास भेजा जाएगा। खेल मंत्री जीतेन्द्र सिंह ने कहा कि ट्रेनिंग का काम भी मंत्रालय सीधे तौर पर करेगा।
उन्होंने कहा कि दोनों संघों को नए चुनाव के लिए 15 दिन का समय दिया गया था। उन्होंने कहा कि सरकार का खेल कोड और आईओसी का चार्टर समान है,इसलिए खेल कोड को बहाने के तौर पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की सुविधा बॉक्सरों और तीरंदाजों को मिलती रहेगी। एसोसिएशनों को निलंबित करने का असर खिलाडियों पर नहीं पडेगा।
एआईबीए ने किया था निलंबित
इससे पहले इंटरनेशनल एमैच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए)ने अस्थायी रूप से इंडियन एमैच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन को निलंबित कर दिया था। सस्पेंशन का फैसला स्विट्जरलैंड में गुरूवार को हुई एक बैठक में लिया। एआईबीए ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि उनको भी अंतराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ की तरह लगता है कि हाल ही में हुए भारतीय एमैच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के चुनाव में धांधली हुई है। एआईबीए के इस फैसले के बाद भारतीय मुक्केबाज भारत के झंडे के तले अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। गौरतलब है कि हाल ही में आईओसी ने आईओए को निलंबित कर चुका है।
खिलाडियों को मनोबल गिरेगा
मुक्केबाज अखिल ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हम लोगों को भविष्य में क्या करना है इसके बारे में सोचना होगा। गलतियों पर ध्यान देकर उनको सुधारने की जरूरत है। मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कहा कि ये निराशाजनक है। इससे खिलाडियों का मनोबल गिरता है।
जीजा साले के खेल से कटी देश की नाक!
भारतीय मुक्केबाजी संघ के चुनाव इसी साल 23 सितंबर को हुए थे। अभिषेक मातोरिया इंडियन एमैच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के मौजूदा अध्यक्ष हैं और वह राजस्थान से भाजपा विधायक हैं। इससे पहले अभय चौटाला अध्यक्ष थे। मातोरिया चौटाले के साले हैं। चौटाला तीन बार भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। चौटाला चौथी बार अध्यक्ष नहीं बन सकते थे इसलिए उन्होंने अपने साले को अध्यक्ष बनवा लिया।
अभय चौटाला ने खेल करते हुए अपने लिए नया पद बनवा लिया और वह भारतीय मुक्केबाजी संघ के नामांकित चेयरमैन बन गए। चौटाला ने यह खेल इसलिए किया कि क्योंकि आईओए का चुनाव लड़ने के लिए किसी खेल संघ का पदाधिकारी होना जरूरी था। भारतीय मुक्केबाजी संघ के सस्पेंड होने के बाद चौटाला के आईओए के अध्यक्ष बनने पर फिर सवाल खड़ा हो गया है।
नई दिल्ली। भारतीय खेलों के लिए एक और बुरी खबर है। सरकार ने भारतीय बॉक्सिंग संघ और तीरंदाजी संघ की मान्यताएं रद्द कर दी है। खेल मंत्रालय का कहना है कि अब पैसा सीधा खिलाडियों के पास भेजा जाएगा। खेल मंत्री जीतेन्द्र सिंह ने कहा कि ट्रेनिंग का काम भी मंत्रालय सीधे तौर पर करेगा।
उन्होंने कहा कि दोनों संघों को नए चुनाव के लिए 15 दिन का समय दिया गया था। उन्होंने कहा कि सरकार का खेल कोड और आईओसी का चार्टर समान है,इसलिए खेल कोड को बहाने के तौर पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की सुविधा बॉक्सरों और तीरंदाजों को मिलती रहेगी। एसोसिएशनों को निलंबित करने का असर खिलाडियों पर नहीं पडेगा।
एआईबीए ने किया था निलंबित
इससे पहले इंटरनेशनल एमैच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए)ने अस्थायी रूप से इंडियन एमैच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन को निलंबित कर दिया था। सस्पेंशन का फैसला स्विट्जरलैंड में गुरूवार को हुई एक बैठक में लिया। एआईबीए ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि उनको भी अंतराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ की तरह लगता है कि हाल ही में हुए भारतीय एमैच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के चुनाव में धांधली हुई है। एआईबीए के इस फैसले के बाद भारतीय मुक्केबाज भारत के झंडे के तले अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। गौरतलब है कि हाल ही में आईओसी ने आईओए को निलंबित कर चुका है।
खिलाडियों को मनोबल गिरेगा
मुक्केबाज अखिल ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हम लोगों को भविष्य में क्या करना है इसके बारे में सोचना होगा। गलतियों पर ध्यान देकर उनको सुधारने की जरूरत है। मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कहा कि ये निराशाजनक है। इससे खिलाडियों का मनोबल गिरता है।
जीजा साले के खेल से कटी देश की नाक!
भारतीय मुक्केबाजी संघ के चुनाव इसी साल 23 सितंबर को हुए थे। अभिषेक मातोरिया इंडियन एमैच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के मौजूदा अध्यक्ष हैं और वह राजस्थान से भाजपा विधायक हैं। इससे पहले अभय चौटाला अध्यक्ष थे। मातोरिया चौटाले के साले हैं। चौटाला तीन बार भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। चौटाला चौथी बार अध्यक्ष नहीं बन सकते थे इसलिए उन्होंने अपने साले को अध्यक्ष बनवा लिया।
अभय चौटाला ने खेल करते हुए अपने लिए नया पद बनवा लिया और वह भारतीय मुक्केबाजी संघ के नामांकित चेयरमैन बन गए। चौटाला ने यह खेल इसलिए किया कि क्योंकि आईओए का चुनाव लड़ने के लिए किसी खेल संघ का पदाधिकारी होना जरूरी था। भारतीय मुक्केबाजी संघ के सस्पेंड होने के बाद चौटाला के आईओए के अध्यक्ष बनने पर फिर सवाल खड़ा हो गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें