गुरुवार, 20 दिसंबर 2012

गुजरात में मोदी की बड़ी जीत, हिमाचल में कांग्रेस का परचम लहराया

नई दिल्ली: गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के नतीजों के लिए जारी मतगणना में नरेंद्र मोदी एक बार फिर बड़ी जीत की ओर अग्रसर हैं, और उन्हें वर्ष 2007 में हासिल हुई 117 से भी ज़्यादा सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। उधर, हिमाचल में कांग्रेस साफतौर पर सत्तारूढ़ बीजेपी को मात देने जा रही है।LIVE: अमिताभ ने दी मोदी को बधाई, मोढवाडिया का इस्‍तीफा
गुजरात में 2007 की तुलना में बीजेपी ने तीन प्रतिशत ज्यादा मत हासिल किए हैं, जबकि 2009 के लोकसभा चुनावों की तुलना में उसे पांच फीसदी अधिक वोट हासिल हुए हैं। कांग्रेस का भी वोट एक प्रतिशत बढ़ा है। इसका मतलब जो 10 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ था, उसमें लोगों ने सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस को ही विकल्प माना है।

गुजरात में अब तक 92 सीटों के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं, जिनमें से 65 बीजेपी और 27 कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में गए हैं। दो सीटों पर अन्य की जीत हुई है। इसके अतिरिक्त शेष 88 सीटों के रुझानों में बीजेपी 57 और कांग्रेस गठबंधन 30 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। एक सीट पर अन्य उम्मीदवार आगे चल रहा है। इस हिसाब से वर्ष 2007 के पिछले चुनाव में 117 सीटें हासिल करने वाली बीजेपी इस बार भी 122 सीटें जीतने जा रही है, जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगियों को कुल 57 सीटें मिलेंगी।

उधर, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने प्रेम कुमार धूमल की बीजेपी सरकार को करारी मात देते हुए कुल 68 में से 23 सीटों पर जीत हासिल कर ली है, जबकि 13 पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। पिछले चुनाव के मुकाबले कांग्रेस को 13 सीटों का फायदा दिख रहा है। वहीं, बीजेपी 18 सीटों पर जीत और आठ सीटों पर बढ़त के साथ कुल 26 सीटों पर सिमटती दिखाई दे रही है और उसे 15 सीटों का नुकसान हो रहा है।

दोनों ही प्रदेशों में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी। एक्जिट पोल के मुताबिक भी गुजरात में नरेंद्र मोदी हैट्रिक लगाने वाले हैं, तो हिमाचल में कांग्रेस को बढ़त मिलने की संभावना जताई गई थी। गुजरात में सभी 182 सीटों के लिए 13 और 17 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था। गुजरात में सुबह 8 बजे से 33 जगहों पर कड़ी सुरक्षा के बीच वोटों की गिनती शुरू हो गई। इस बार गुजरात में 44 हजार 579 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल किया गया।

गुजरात में बीजेपी के सामने इस बार सिर्फ कांग्रेस नहीं थी, बल्कि बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई की गुजरात परिवर्तन पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिन्हें उम्मीद है कि कम से कम सौराष्ट्र की कुछ सीटों से उनके उम्मीदवार जीतेंगे। हालांकि तमाम एक्जिट पोल में अनुमान लगाया है कि केशुभाई की पार्टी को सिर्फ दो सा तीन सीटें मिलेंगी।

गुजरात में बीजेपी के कुछ उम्मीदवार तो अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने रात में ही अपनी जीत के पोस्टर लगा दिए। वहीं हिमाचल की 68 सीटों वाली विधानसभा के नतीजे भी आज आ रहे हैं। गुजरात में पिछड़ती दिख रही कांग्रेस के लिए हिमाचल उम्मीद की किरण की तरह है, क्योंकि तमाम एक्जिट पोलों का कहना रहा है कि कांग्रेस को बीजेपी से ज्यादा सीटें मिलेंगी। हिमाचल विधानसभा के लिए 4 नवंबर को रिकॉर्ड 74.70 फीसदी वोटिंग हुई थी।

वैसे, हिमाचल में किसी भी पार्टी ने लगातार दो बार चुनाव नहीं जीते हैं। इस बार बीजेपी के बागी नेता महेश्वर सिंह की हिमाचल लोकहित पार्टी ने 36 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 41, कांग्रेस ने 23 और बीएसपी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें