आठ एलएनपी (श्रीगंगानगर).एक विवाह ऐसा भी। आठ एलएनपी में अनोखा विवाह समारोह। दूल्हा देशी तो दुलहन विदेशी। गांव में बुधवार को मानो दिवाली मनाई जा रही थी। हर ओर जश्न का माहौल। हो भी क्यों ना, अमेरिका के पोर्टलैंड शहर की विक्टोरिया रोजर्स अब विक्टोरिया बेनीवाल बनने जा रही थीं। गौरी मेम के हाथों में मेहंदी हो या स्टेज पर जयमाला।
वर-वधू के परिजनों की मिलनी हो या फेरों के दौरान जूते छिपाई, सब रस्मों और परंपराओं में विक्टोरिया के परिजन डूबे नजर आए और इस अनोखे विवाह का गवाह बना पूरा गांव।
समारोह की शुरुआत बुधवार सुबह हुई। सुबह गांव के लोगों को पता लगा कि उनकी होने वाली बहू गांव में अपने अस्थायी मायके आ रही है तो सब उसका स्वागत करने पहुंच गए। जैसे ही विक्टोरिया अपने परिजनों के साथ गांव में पहुंची, सब उसे आशीर्वाद देने उमड़ पड़े। विक्टोरिया ने पति जितेश बेनीवाल के साथ गांव की हर महिला को ‘नमस्ते’ कहा तो जवाब में ग्रामीणों ने भी उसके सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया।
फिर शुरू हुआ रस्मों का सिलसिला।
महिलाओं के मंगल-गीतों के बीच पहले विक्टोरिया के हाथों-पैरों पर मेहंदी लगाई गई। इसके बाद वर पक्ष के यहां हल्दी-हाथ व भात की रस्म निभाई गई। सास-ससुर ने अपनी होने वाली बहू के लिए जयपुर से मंगाया लहंगा-चुनरी भी भेजा।जितेश व विक्टोरिया ने बताया कि उनकी मुलाकात न्यूयार्क यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान हुई थी। वहीं दोस्ती और प्यार हुआ और दोनों परिवारों की सहमति के बाद वर्ष-2011 में अमेरिका में शादी हो गई।
वर-वधू के परिजनों की मिलनी हो या फेरों के दौरान जूते छिपाई, सब रस्मों और परंपराओं में विक्टोरिया के परिजन डूबे नजर आए और इस अनोखे विवाह का गवाह बना पूरा गांव।
फिर शुरू हुआ रस्मों का सिलसिला।
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