तालीम ने दिया तरक्की का सुनहरा सफर
नई पीढ़ी ने पायी भविष्य की डगर
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी,
जैसलमेर
भारतवर्ष की पश्चिमी सरहद पर रेगिस्तानी जिला जैसलमेर अब शिक्षा की दृष्टि से नए सोपान पाता जा रहा हैं। जीवन निर्माण और विकास के लिए शिक्षा की महत्ता को स्वीकारने के बाद यहाँ शैक्षिक विकास ने व्यापकता पा ली है। शिक्षा की दृष्टि से पिछड़ेपन की स्थितियाँ अब बीते जमाने की बाते हो चली हैं।
शिक्षा से जुड़ी तमाम योजनाओं, कार्यक्रमों, परियोजनाओं व अभियानों के सफल क्रियान्वयन का ही नतीजा है कि शैक्षिक विकास व विस्तार ने रेत के धोराें में ज्ञान की चमक-दमक पैदा कर दी है जिसकी रोशनी में नई पीढ़ी अपनी तकदीर गढ़ने व इलाके की तस्वीर सँवारने में जुटी हुई है।
सँवारा जा रहा है नौनिहालों का भविष्य
जैसलमेर जिले में प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों का भविष्य सँवारने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं। कक्षा एक से 8 तक के सभी छात्र-छात्राओं को पोषाहार से लाभान्वित किया जा रहा है। इन चार वर्षों में क्रमशः 103525, 100988, 109916 तथा 110488 नामांकित विद्यार्थी इकाइयों को पोषाहार से लाभान्वित किया गया है।
शिक्षा सुविधाओं का विस्तार
जिले में 90 उच्च प्राथमिक विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया गया। इसी प्रकार 9 नए प्राथमिक विद्यालय खोले गए। जिले में शिक्षा के विस्तार के लिये वर्ष 2012-13 में प्रथम लेवल में 227 एवं द्वितीय लेवल में 189, तृतीय श्रेणी अध्यापकों को जिला परिषद के माध्यम से नियुक्ति प्रदान की गयी। इस प्रकार कुल 416 नए अध्यापक लगाये गये।
छात्रवृत्तियों और प्रोत्साहन से मिला सम्बल
प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न श्रेणियों में छात्रवृत्तियों का वितरण किया जाता रहा है। जिले में गत चार वर्ष में 3 हजार 596 विद्यार्थियों को 7 लाख 38 हजार 520रुपये अनुसूचित जाति पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति, 794 विद्यार्थियों को 1 लाख 54 हजार 860 रुपए की अनुसूचित जनजाति पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति, 2 हजार 971 विद्यार्थियों को 3 लाख 36हजार रुपए ओबीसी पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति तथा 1 हजार 774 विद्यार्थियों को 17 लाख 74 हजार रुपए की अल्पसंख्यक पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की गई।
जिले में प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा 72 विद्यार्थियों को एक लाख रुपए अस्वच्छ पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति और 64 विद्यार्थियों को एक लाख 13 हजार रुपये अस्वच्छ ( केन्द्र प्रवर्तित ) पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति दी गई। आलोच्य अवधि में 468 विद्यार्थियों को 23 लाख 40 हजार रुपये का इंस्पायर अवार्ड दिया गया जबकि ‘आपकी बेटी’ योजनान्तर्गत 74 छात्राओं को 81 हजार 40 रुपए की धनराशि दी गई। सत्र 2012-13 में इंस्पायर अवार्ड के 415 विद्यार्थियों एवं आपकी बेटी योजना में 53 छात्राओं के आवेदन-पत्र तैयार किए गये जिन्हें योजना का लाभ दिया जाएगा।
सर्व शिक्षा अभियान ने दी शैक्षिक विकास को मजबूती
जिले में सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत विगत चार वर्ष में शिक्षालयों में विभिन्न गतिविधियों के साथ ही शिक्षा क्षेत्र में भौतिक विकास और विभिन्न गतिविधियों ने शैक्षिक विकास को खासा संबल प्रदान किया है।
इस अवधि में सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से जिले के विभिन्न विद्यालयों में 1104.424 लाख रुपए धनराशि खर्च कर कक्षा कक्षों, चारदीवारी, शौचालय निर्माण के साथ ही बिजली-पानी प्रबन्धों को बेहतर बनाया गया। जिले में शिक्षा में गुणात्मक सुधार की दृष्टि से चार वर्ष में 12 हजार 607 शिक्षकों को विभिन्न विषयाधारित प्रशिक्षण प्रदान किए गए। जिले में विद्यार्थियों में कम्प्यूटर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से 203 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 255.698 लाख रुपए खर्च कर कम्प्यूटर एवं तत्संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई।
आवासीय शिविरों ने जोड़ा तालीम से
सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से छह से चौदह वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आवासीय एवं गैर आवासीय शिक्षण शिविर आयोजित किए गए। इस अवधि में हुए शिविरों में 162.947 लाख रुपए खर्च कर 8 हजार 670 बच्चों को लाभान्वित किया गया।
माध्यमिक शिक्षा ने पाये नवीन आयाम
वर्तमान सरकार के चार वर्षीय कार्यकाल में 4 माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया गया। शिक्षा के विस्तार के लिये 228 वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड द्वितीय की नियुक्ति की गयी। जिले में 3 मॉडल स्कूलों का कार्य प्रगति पर है।
ट्रांसपोर्ट वाऊचर योजना में छात्राओं के निजी परिवहन के लिये 5 रुपया परिवहन भत्ता प्रति कार्य दिवस दिए जाने की इस योजना में 375 छात्राओं को लाभान्वित किया गया। इस योजना में 1 लाख 83 हजार रुपए की राशि खर्च की गई। साईकिल वितरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में 2 से 5 किलोमीटर दूर से स्कूल आने वाली 514 छात्राओं को साईकिल का वितरण किया गया।
बालिका प्रोत्साहन एफ.डी.आर के अन्तर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कक्षा 8 वीं उत्तीर्ण एवं राजकीय विद्यालयों में कक्षा नवम् में अध्ययनरत 14 से 16 वर्ष आयु वर्ग की छात्राओं को निरंतर अध्ययन के लिए एफ.डी.आर रुपए 3000 देने की इस योजना में 166 छात्राओं को 4 लाख 98 हजार रुपए की राशि से लाभान्वित किया गया। मिड-डे-मील योजना के अन्तर्गत कक्षा 6 से 8 तक के 31 हजार 810 विद्यार्थियों को मिड-डे-मील से लाभान्वित किया गया। इसमें 23 हजार 414 छात्र तथा 8 हजार 396 छात्राएँ शामिल हैं।
छात्रवृत्ति से मिला लाभ
माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्तियों का वितरण किया गया। इस अवधि में 5 हजार 53 विद्यार्थियों को 15 लाख 80 हजार 870 रुपए एस.सी. पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति, 1 हजार 241 विद्यार्थियों को 2 लाख 84 हजार 750 रुपए एस.टी.पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति, 4 हजार 949 को 16 लाख 3 हजार 600 रुपए ओ.बी.सी पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति, 965 को 16 लाख 43 हजार 230 रुपए एस.सी. उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति, 185 को 2 लाख 41 हजार 860 रुपये एस.टी. उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति तथा 233 को 2 लाख 40 हजार 800रुपए की अल्पसंख्यक पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की गयी।
इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार योजना के अन्तर्गत 27 छात्राओं को 8 लाख 13 हजार रुपए की धनराशि के चैक पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए गये। आई.सी.टी.योजना में 51विद्यालयों को कम्प्यूटर शिक्षा से जोड़ा जाकर उन्हें कम्प्यूटर लैब उपलब्ध करायी गई। इन्सपॉयर अवार्ड योजना में 722 छात्र-छात्राओं को लाभान्वित किया गया। इनमें प्रत्येक छात्र-छात्रा को 5 हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गयी।
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