बैंक मैनेजर ने पंखे से फंदा लगाकर की आत्महत्या
बाड़मेर शहर के गांधी चौक स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी ईह लीला समाप्त कर दी। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद शव को मोर्चरी ले जाया गया। इस आशय की सूचना परिजनों को दी गई। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बैंक मैनेजर बीते कई दिनों से मानसिक तनाव में थे। उनके साथ एक अन्य बैंक का अधिकारी भी रहता था।
पुलिस ने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर शीतल चंद जैन निवासी उदयपुर ने सरदारपुरा में स्थित किराए के मकान में पंखे के हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या की। अन्य बैंक में कार्यरत अधिकारी ने बताया कि वह उसके साथ रहता है। शुक्रवार सुबह दस बजे वह बैंक के लिए रवाना हुआ तो जैन ने कहा कि मेरी तबियत ठीक नहीं है। मैं अभी आराम कर रहा हूं, आप चले जाओ। इस पर सहकर्मी बैंक चला गया। शाम सात बजे वह बैंक से मकान लौटा तो कमरे में अंधेरा पसरा था। इस पर उसने पहले आवाज लगाई, लेकिन जवाब नहीं मिला। इस पर कमरे के अंदर जाकर लाइट ऑन की तो मैनेजर जैन पंखे के हुक से लटक रहे थे। पुलिस ने शव को नीचे उतारा और बाद में मोर्चरी ले गए। जहां पर परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा।
मानसिक तनाव थे मैनेजर
बैंक ऑफ बड़ौदा में चीफ मैनेजर पद पर कार्यरत शीतल चंद बीते कई दिनों से मानसिक तनाव में थे। सहकर्मी ने बताया कि उनका यहां मन नहीं लग रहा था। बैंक या घरेलू मामले को लेकर खामोश रहते थे। पुलिस ने बताया कि कमरे में नींद की गोलियां भी मिली है।
तीन माह पहले हुआ था प्रमोशन
चीफ मैनेजर पद पर शीतल चंद का तीन माह पहले प्रमोशन हुआ था। इसके बाद पहली पोस्टिंग बाड़मेर स्थित बैंक में हुई थी। कुछ समय बाद ही प्रेशर के चलते उन्होंने अपना इस्तीफा भी पेश किया था, मगर बैंक प्रशासन ने स्वीकार नहीं किया।
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