शनिवार, 15 दिसंबर 2012

मुनाबाव-खोखरापार बस पर नियमों का "पावर ब्रेक

मुनाबाव-खोखरापार बस पर नियमों का "पावर ब्रेक

बाड़मेर। मुनाबाव-खोखरापार रेल मार्ग के बाद इस रास्ते भारत-पाक के बीच बस सेवा शुरू करने पर भारत की ओर से नियमों का "पॉवर ब्रेक" लगा हुआ है। हालांकि यह बस सेवा शुरू करने में भारत एक वर्ष से प्रयासरत है तथा इसके लिए पाक भी कवायद कर चुका है। भारत ने गत वर्ष अक्टूबर में मुनाबाव और खोखरापार के बीच बस सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा था।

इस वर्ष सितम्बर में इस्लामाबाद में इस प्रस्ताव पर पाकिस्तान ने हामी भरी। 21 सितम्बर को दोनों देशों के बीच वाणिज्य सचिवों के स्तर की बैठक में यहां से सड़क मार्ग के जरिये व्यवसायिक संबंधों की बहाली पर सहमति व्यक्त की गई। भारत के वाणिज्य सचिव एसआर राव और पाक के वाणिज्य सचिव मुनीर कुरैशी के नेतृत्व में हुई बैठक में दोनों देशों ने इस दिशा में तेजी से कार्य करने के लिए एक कार्यकारी दल भी गठित किया।

प्रयास जारी है
इन नियमों में संशोधन के लिए उच्च स्तरीय प्रयास जारी है। उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ रिश्तों की बहाली के लिए इस बस सेवा की राह में आ रहे इन नियमों के रोड़े शीघ्र हटेंगे। -हरीश चौधरी, सांसद, बाड़मेर

नियमों का अड़ंगा
भारत और पाक के बीच बस सेवा शुरू करने में नियम का बड़ा अड़ंगा लगा हुआ है। बाड़मेर जिले में नेशनल हाइवे 15 के पश्चिम दिशा में विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। विदेशी नागरिक प्रतिबंधित क्षेत्र अधिनियम 1958 जिले में 16 फरवरी 1988 को लागू हुआ। दूसरे नियम दाण्डिक विधि संशोधित अधिनियम 1961 के तहत सीमावर्ती थाना क्षेत्रों को अधिसूचित कर रखा है। इसके तहत इस क्षेत्र के अलावा किसी भी भारतीय अथवा विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर रोक है। इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए सम्बन्घित मजिस्टे्रट की अनुमति आवश्यक है।

थार एक्सप्रेस में रियायत
भारत और पाक के बीच मुनाबाव-खोखरापार के बीच चलने वाली साप्ताहिक रेल इस नियमों से परे है। हालांकि थार से पाक जाने वाले यात्री को जोधपुर से बैठना पड़ता है और पाक से आने वाले यात्री को मुनाबाव में उतरने की अनुमति नहीं है। मुनाबाव से रवाना होकर थार एक्सप्रेस सीधे जोधपुर पहुंचकर ही रूकती है।

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