शनिवार, 8 दिसंबर 2012
तीन दिन के अन्दर होगी आरोपियों की गिरफ्तारी
ए एस पी के आश्वासन के बाद उठाया लालू का शव
तीन दिन के अन्दर होगी आरोपियों की गिरफ्तारी
जटिया समाज ने निकाला मौन जूलूस
बाड़मेर 8 दिसम्बर। 14 दिन गायब रहने के बाद मिले लालू के शव को ए एस पी नरेन्द्र सिंह मीणा के आश्वासन के बाद देर रात परिजनों द्वारा उठाया लिया गया। वहीं जटिया समाज के अध्यक्ष मोहनलाल गोसाईवाल, मजदूर नेता लक्ष्मण वडेरा, उदाराम, महामंत्री भेरूसिंह फुलवारिया, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष ईश्वरचंद नवल, भोजाराम मंगल, पदम गोसाई सहित कई नेताओं के साथ जटिया समाज के हजारों लोगो ने मौन जूलूस निकालकर मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलक्टर अरूण पुरोहित व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रसिंह मीणा व सहायक पुलिस अधीक्षक नाजिम अली को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की। मामले की गंभीरता को देखतें हुए जटिया समाज के हनुमान मंदिर, कलेक्ट्रेट, अस्पताल परिसर, चौहटन रोड़ व शहर के मुख्य मार्गो पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
ज्ञापन में बताया गया हैं कि पुलिस ने लालचंद के मामले को गंभीरता से नहीं लिया। तथा जांच करने में दिलचस्पी नही दिखाई। जिसकें चलतें शुक्रवार को लालू का शव क्षतविक्षत हालात में बालेरा की पहाड़ियों मे प्राप्त हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि लालचंद को क्रुरता पूर्वक मारा गया हैं तथा उसकें मौत हुए पांच से छः दिन हो चुके हैं। पुलिस ने अब तक लालचंद के हत्यारों को गिरफ्तार नही किया हैं। तथा पुलिस की निष्क्रयता व मुलजिमानों के प्रति नरम रवैये से सम्पूर्ण जटिया समाज में रोष व्याप्त हैं।
शनिवार को जटिया समाज के हनुमान मंदिर में जटिया समाज के लोगो की बैठक हुई। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रसिंह मीणा, डिप्टी नाजिम अली, सदर कोतवाल लूणसिंह भाटी, शहर कोतवाल देवाराम चौधरी सहित भारी मात्रा में पुलिस दल पहुंचा। जहां समाज व पुलिस के मध्य समझाईश के कई दौर चलें। आखिरकार ए एस पी नरेन्द्रसिंह मीणा की समझाईश पर समाज के लोग लालू का शव उठाने के लिए तैयार हो गयें। ए एस पी ने तीन दिन के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए कहा कि जटिया समाज के साथ पूर्ण रूप से न्याय होगा, नही तों वो अपनी नौकरी छोड़ देगें। जटिया समाज के नेताओं ने ए एस पी के आश्वासन को मानते हुए कहा कि अगर तीन दिन के अन्दर आरोपियों की गिरफ्तारी नही होती हैं, तो समाज द्वारा उग्र आन्दोलन किया जायेगा।
गौरतलब हैं कि लालू उर्फ लालचंद पुत्र हरजीराम जटिया निवासी बाड़मेर को मोडाराम देशान्तरी, वीरसिह राजपुरोहित निवासी बालेरा के यहां रंग रौगन के कार्य के लिए ले गया था। वहां से लालू लापता हो गया। जिसकी गुमशुदगी रिपोर्ट परिजनों ने सदर थानें में दर्ज करवायी थी। चौदह दिन बाद लालू का शव बालेरा की पहाड़ियों से क्षतविक्षत हालात में प्राप्त हुआ।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें