धोरीमन्ना में 111 नसबंदी, अभियान जारी
बाडमेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी नसबंदी अभियान जारी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह के निर्देशन में विगत दिनों धोरीमन्ना में विल नसबंदी िविर लगाया गया। वहीं अन्य चिकित्सा संस्थानों पर भी िविर लगाए गए।
खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर गजराज ने बताया कि धोरीमन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित िविर में 111 नसबंदी की गई। इस दौरान डॉ. चंद्रोखर गजराज सहित डॉ. जगराम मिणा व डॉ. संजीव मितल ने सेवाएं दी। इसी तरह नोखड़ा में 36, पादरू में 41, हरसाणी में 45 और थोब में 16 नसबंदी केस हुए। भाुक्रवार को आयोजित िविरों में कवास में 11 और गागरिया में 22 केस हुए। इस दौरान डॉ. जगराज मीणा, डॉ. स्नेहा मुद्गल व राजकुमार पूनिया आदि मौजूद थे। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई के अनुसार भानिवार को बिला, धनाउ व जसोल में तथा रविवार को गडरारोड व सरणु में नसबंदी िविर लगाए जाएंगे।
पीसीपीएनडीटी कार्याशाला आयोजित
खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर गजराज ने बताया कि धोरीमन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित िविर में 111 नसबंदी की गई। इस दौरान डॉ. चंद्रोखर गजराज सहित डॉ. जगराम मिणा व डॉ. संजीव मितल ने सेवाएं दी। इसी तरह नोखड़ा में 36, पादरू में 41, हरसाणी में 45 और थोब में 16 नसबंदी केस हुए। भाुक्रवार को आयोजित िविरों में कवास में 11 और गागरिया में 22 केस हुए। इस दौरान डॉ. जगराज मीणा, डॉ. स्नेहा मुद्गल व राजकुमार पूनिया आदि मौजूद थे। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई के अनुसार भानिवार को बिला, धनाउ व जसोल में तथा रविवार को गडरारोड व सरणु में नसबंदी िविर लगाए जाएंगे।
पीसीपीएनडीटी कार्याशाला आयोजित
बाडमेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक दिवसीय जिला स्तरीय पीसीपीएनडीटी कार्याला का आयोजन जिला मुख्यालय पर किया गया। इस दौरान कन्या भू्रण हत्या एवं लिंगानुपात पर विस्तार से चर्चा की गई। एसडीएम विनितासिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्याला में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह मौजूद थे। वहीं केयर्न अधिकारी यावंतसिन्हा, बीसीएमओ डॉ. महो गौतम, डॉ. एसडी वोहड़ा, जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, आा समन्वयक राको भाटी, आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई एवं मूलाराम मौजूद थे। मंच संचालन जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक विक्रमसिंह चम्पावत ने किया और उन्होंने पीसीपीएनडीटी अधिनियम की विस्तार से जानकारी दी। कार्याला में विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के पदाधिकारी, आा सहयोगिनी, सोनोग्राफी सेंटरों के संचालन एवं अन्य लोग मौजूद थे।
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