सरकार के खिलाफ वोट करेगी सपा
नई दिल्ली। मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई पर नियम 184 के तहत चर्चा कराने की मांग को लेकर संसद में पिछले कई दिनों से जारी गतिरोध टूट गया है लेकिन समाजवादी पार्टी ने यूपीए सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। सपा ने घोषणा की है कि पार्टी राज्यसभा में एफडीआई पर सरकार के खिलाफ वोट करेगी।
पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। 244 सदस्यों वाली राज्यसभा में सपा के 7 सांसद हैं। राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है। यूपीए और उसके सहयोगियों के पास 94 सांसद हैं। दस नोमिनेटेड मेंबर सरकार के पक्ष में वोट कर सकते हैं। सात निर्दलीयों में से तीन-चार सरकार को समर्थन दे सकते हैं।
लोकसभा में रहेगा अलग रूख
जब रामगोपाल यादव से पूछा गया कि क्या पार्टी लोकसभा में भी सरकार के खिलाफ वोट करेगी तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब लोकसभा में हमारे नेता से पूछिए। कहा जा रहा है कि लोकसभा में सपा का स्टैण्ड अलग हो सकता है। इस बारे में रामगोपाल ने कहा कि कई बार ऎसा हुआ है। जब उनसे पूछा गया कि क्या दोनों सदन के नेताओं के बीच कम्यूनिकेशन गेप है तो उन्होंने कहा कि कई बार ऎसा जानबूझकर किया जाता है। कहा जा रहा है कि लोकसभा में सपा सांसद वोटिंग के दौरान सदन में मौजूद नहीं रहेंगे।
बसपा का रूख साफ नहीं
बसपा भी एफडीआई का विरोध कर रही है लेकिन वोटिंग को लेकर उसने अपना रूख अभी तक साफ नहीं किया है। सपा और बसपा यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है। डीएके भी एफडीआई के विरोध में है लेकिन उसने सरकार के समर्थन में वोट करने की घोषणा की है।
नई दिल्ली। मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई पर नियम 184 के तहत चर्चा कराने की मांग को लेकर संसद में पिछले कई दिनों से जारी गतिरोध टूट गया है लेकिन समाजवादी पार्टी ने यूपीए सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। सपा ने घोषणा की है कि पार्टी राज्यसभा में एफडीआई पर सरकार के खिलाफ वोट करेगी।
पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। 244 सदस्यों वाली राज्यसभा में सपा के 7 सांसद हैं। राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है। यूपीए और उसके सहयोगियों के पास 94 सांसद हैं। दस नोमिनेटेड मेंबर सरकार के पक्ष में वोट कर सकते हैं। सात निर्दलीयों में से तीन-चार सरकार को समर्थन दे सकते हैं।
लोकसभा में रहेगा अलग रूख
जब रामगोपाल यादव से पूछा गया कि क्या पार्टी लोकसभा में भी सरकार के खिलाफ वोट करेगी तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब लोकसभा में हमारे नेता से पूछिए। कहा जा रहा है कि लोकसभा में सपा का स्टैण्ड अलग हो सकता है। इस बारे में रामगोपाल ने कहा कि कई बार ऎसा हुआ है। जब उनसे पूछा गया कि क्या दोनों सदन के नेताओं के बीच कम्यूनिकेशन गेप है तो उन्होंने कहा कि कई बार ऎसा जानबूझकर किया जाता है। कहा जा रहा है कि लोकसभा में सपा सांसद वोटिंग के दौरान सदन में मौजूद नहीं रहेंगे।
बसपा का रूख साफ नहीं
बसपा भी एफडीआई का विरोध कर रही है लेकिन वोटिंग को लेकर उसने अपना रूख अभी तक साफ नहीं किया है। सपा और बसपा यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है। डीएके भी एफडीआई के विरोध में है लेकिन उसने सरकार के समर्थन में वोट करने की घोषणा की है।
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