जज दंपती ने कलेक्टर से कहा- हमें सुरक्षा दिलाओ
जज दंपती के बंगले में आग से हड़कंप
वीआईपी आवास पर आग लगाई...
अखबार, प्लास्टिक की बाल्टी व सोफा जलकर खाक, एसपी सहित आला अधिकारियों ने किया मौका मुआयना, एमओबी की टीम ने उठाए फुट व फिंगर प्रिंट, घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी के आदेश पर जज के बंगले पर 24 घंटे के लिए दो सुरक्षा गार्ड तैनात
अजमेर गोखले लेन निवासी न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा व उनकी पत्नी न्यायाधीश आशा राज के बंगले में मंगलवार अलसुबह अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। आग से बंगले के पिछले हिस्से में रखे पुराने अखबार, सोफा, प्लास्टिक की बाल्टी व हवन की लकडिय़ां जलकर नष्ट हो गई। सूचना मिलते ही एसपी राजेश मीना सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। जज की रिपोर्ट पर सिविल लाइंस थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 436 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक गोखले लेन स्थित बंगला नंबर 1/10 निवासी न्यायाधीश आरके शर्मा ने रिपोर्ट में बताया कि सुबह करीब 6.30 बजे बंगले के पिछले हिस्से से धुआं उठते दिखाई दिया। वहां जाकर देखने पर सोफा व अन्य सामान सुलगता दिखा। सूचना मिलते ही एसपी राजेश मीना, एएसपी डॉ. राजीव पचार, सिविल लाइंस थानाप्रभारी रविंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। तब तक आग बुझ चुकी थी। एसपी के आदेश पर एमओबी की टीम ने मौका मुआयना किया। मौके से दो फुट प्रिंट मिले हैं। दो बुझी हुई बीड़ी व माचिस भी पड़ी मिली।
5 बजे तक तैनात था सुरक्षा गार्ड
पुलिस के मुताबिक जज के बंगले के बाहर सुबह पांच बजे तक सुरक्षा गार्ड तैनात था। उसके जाने के बाद ही आगजनी की घटना हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि 5 बजे से 6.30 बजे के बीच किसी अज्ञात ने आग लगाई है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जज के बंगले में गमले और बगीचे में तोडफ़ोड़ की घटना के बाद एसपी के आदेश पर सुरक्षा गार्ड तैनात किया गया था। दूसरी घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई।
जांच के बाद पता चलेगा
॥घटना की गंभीरता को देखते हुए जज के बंगले पर अब 24 घंटे के लिए दो सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। एसएचओ रविंद्र यादव को मामले की जांच सौंपी गई है। जांच के बाद ही आग लगने की वजह स्पष्ट हो सकेगी।'
राजेश मीणा, एसपी
वीआईपी कॉलोनी में सुरक्षा का यह आलम ? : न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा और आशा राज शर्मा का सरकारी आवास शहर की वीआईपी कॉलोनी यानि गोखले लेन में स्थित है। उनके आवास के पचास मीटर के दायरे में कलेक्टर और आईजी पुलिस के बंगले हैं। वहीं उनके आवास से लगे हुए सरकारी आवासों में अन्य न्यायाधीश व सरकारी अधिकारियों के आवास है। मात्र 25 मीटर की दूरी पर एडिशनल एसपी रामदेव सिंह का सरकारी आवास है जहां हर समय पुलिस गार्ड मौजूद रहती है। इसके बावजूद अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि मात्र बीस दिन के भीतर न्यायाधीश शर्मा के आवास में दूसरी बार घुसकर वारदात को अंजाम दिया गया है।
बस में जाते हैं केकड़ी : न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा एसटी एससी कोर्ट के अलावा केकड़ी एडीजे कोर्ट के भी जज है। हफ्ते में कुछ दिन वे केकड़ी कोर्ट में मुकदमों की सुनवाई के लिए जाते हैं। केकड़ी जाने के लिए उन्हें कार की सुविधा नहीं है, इसके चलते उन्हें बस में सफर करना पड़ता है और स्टॉफ के साथ फाइलें भी बस में ही ले जाई जाती है। एससी एसटी कोर्ट के जज के की हैसियत से शर्मा जहां हत्या से लेकर तमाम गंभीर अपराधों से जुड़े मुकदमों की सुनवाई करते हैं वहीं उनकी पत्नी न्यायाधीश आशा राज शर्मा भी बड़े सिविल व फौजदारी मुकदमों के साथ ही बिजली अपराध से जुड़े मुकदमों की सुनवाई करतीं हैं। न्यायपालिका और वकीलों के बीच न्यायाधीश दंपती की पहचान मृदुभाषी और सरल स्वभाव के न्यायाधीशों के रूप में है।
तीन बार दर्ज करानी पड़ी रिपोर्ट : न्यायाधीश शर्मा को अजमेर में पदस्थापन के दौरान यह तीसरा मौका है जब उन्हें पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करानी पड़ी है।कुछ समय पहले कोर्ट में हत्या के एक अभियुक्त ने हंगामा मचाया और पुलिसकर्मियं तथा वकीलों से मारपीट करने के साथ ही न्यायाधीश शर्मा पर अपनी शर्ट उतारकर फेंक दी थी। इस बाबत उनकी ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई और सुरक्षा भी मांगी गई थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके बाद उनके आवास के लॉन में तोडफ़ोड़ हुई अब आगजनी की घटना की गई है। इन दोनों वारदातों की रिपोर्ट भी उन्होंने सिविल लाइन थाना में दर्ज कराई है। यह परिवार किस कदर परेशान व खौफजदा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है उन्हें दीपावली अवकाश के दौरान शहर से बाहर जाने पर मकान में रखे तमाम सामान का बीमा करवाना पड़ा।
पुलिस ने साफ कर दी जगह : आग लगने की जगह को पुलिस ने आनन फानन में पूरी तरह साफ कर दिया। न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा की सूचना पर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पानी की बाल्टियां डालकर आग बुझाई गई। लेकिन इसके बाद आगजनी के सुराग ढूंढऩे की बजाए पुलिस ने सफाई कर्मियों के जरिए घटनास्थल से जले सामान व राख तक को हटा कर जगह को पूरी तरह साफकर दिया।
न्यायाधीश आवास पर आग के बाद मौके से एफएसएल जांच के लिए नमूने लेता फोरेंसिक टीम का सदस्य।
जज दंपती। (फाइल फोटो)
न्यायाधीश दपंती के आवास का वह हिस्सा जहां आग लगाई गई।
जज दंपती के बंगले में आग से हड़कंप
वीआईपी आवास पर आग लगाई...
अखबार, प्लास्टिक की बाल्टी व सोफा जलकर खाक, एसपी सहित आला अधिकारियों ने किया मौका मुआयना, एमओबी की टीम ने उठाए फुट व फिंगर प्रिंट, घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी के आदेश पर जज के बंगले पर 24 घंटे के लिए दो सुरक्षा गार्ड तैनात
अजमेर गोखले लेन निवासी न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा व उनकी पत्नी न्यायाधीश आशा राज के बंगले में मंगलवार अलसुबह अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। आग से बंगले के पिछले हिस्से में रखे पुराने अखबार, सोफा, प्लास्टिक की बाल्टी व हवन की लकडिय़ां जलकर नष्ट हो गई। सूचना मिलते ही एसपी राजेश मीना सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। जज की रिपोर्ट पर सिविल लाइंस थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 436 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक गोखले लेन स्थित बंगला नंबर 1/10 निवासी न्यायाधीश आरके शर्मा ने रिपोर्ट में बताया कि सुबह करीब 6.30 बजे बंगले के पिछले हिस्से से धुआं उठते दिखाई दिया। वहां जाकर देखने पर सोफा व अन्य सामान सुलगता दिखा। सूचना मिलते ही एसपी राजेश मीना, एएसपी डॉ. राजीव पचार, सिविल लाइंस थानाप्रभारी रविंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। तब तक आग बुझ चुकी थी। एसपी के आदेश पर एमओबी की टीम ने मौका मुआयना किया। मौके से दो फुट प्रिंट मिले हैं। दो बुझी हुई बीड़ी व माचिस भी पड़ी मिली।
5 बजे तक तैनात था सुरक्षा गार्ड
पुलिस के मुताबिक जज के बंगले के बाहर सुबह पांच बजे तक सुरक्षा गार्ड तैनात था। उसके जाने के बाद ही आगजनी की घटना हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि 5 बजे से 6.30 बजे के बीच किसी अज्ञात ने आग लगाई है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जज के बंगले में गमले और बगीचे में तोडफ़ोड़ की घटना के बाद एसपी के आदेश पर सुरक्षा गार्ड तैनात किया गया था। दूसरी घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई।
जांच के बाद पता चलेगा
॥घटना की गंभीरता को देखते हुए जज के बंगले पर अब 24 घंटे के लिए दो सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। एसएचओ रविंद्र यादव को मामले की जांच सौंपी गई है। जांच के बाद ही आग लगने की वजह स्पष्ट हो सकेगी।'
राजेश मीणा, एसपी
वीआईपी कॉलोनी में सुरक्षा का यह आलम ? : न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा और आशा राज शर्मा का सरकारी आवास शहर की वीआईपी कॉलोनी यानि गोखले लेन में स्थित है। उनके आवास के पचास मीटर के दायरे में कलेक्टर और आईजी पुलिस के बंगले हैं। वहीं उनके आवास से लगे हुए सरकारी आवासों में अन्य न्यायाधीश व सरकारी अधिकारियों के आवास है। मात्र 25 मीटर की दूरी पर एडिशनल एसपी रामदेव सिंह का सरकारी आवास है जहां हर समय पुलिस गार्ड मौजूद रहती है। इसके बावजूद अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि मात्र बीस दिन के भीतर न्यायाधीश शर्मा के आवास में दूसरी बार घुसकर वारदात को अंजाम दिया गया है।
बस में जाते हैं केकड़ी : न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा एसटी एससी कोर्ट के अलावा केकड़ी एडीजे कोर्ट के भी जज है। हफ्ते में कुछ दिन वे केकड़ी कोर्ट में मुकदमों की सुनवाई के लिए जाते हैं। केकड़ी जाने के लिए उन्हें कार की सुविधा नहीं है, इसके चलते उन्हें बस में सफर करना पड़ता है और स्टॉफ के साथ फाइलें भी बस में ही ले जाई जाती है। एससी एसटी कोर्ट के जज के की हैसियत से शर्मा जहां हत्या से लेकर तमाम गंभीर अपराधों से जुड़े मुकदमों की सुनवाई करते हैं वहीं उनकी पत्नी न्यायाधीश आशा राज शर्मा भी बड़े सिविल व फौजदारी मुकदमों के साथ ही बिजली अपराध से जुड़े मुकदमों की सुनवाई करतीं हैं। न्यायपालिका और वकीलों के बीच न्यायाधीश दंपती की पहचान मृदुभाषी और सरल स्वभाव के न्यायाधीशों के रूप में है।
तीन बार दर्ज करानी पड़ी रिपोर्ट : न्यायाधीश शर्मा को अजमेर में पदस्थापन के दौरान यह तीसरा मौका है जब उन्हें पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करानी पड़ी है।कुछ समय पहले कोर्ट में हत्या के एक अभियुक्त ने हंगामा मचाया और पुलिसकर्मियं तथा वकीलों से मारपीट करने के साथ ही न्यायाधीश शर्मा पर अपनी शर्ट उतारकर फेंक दी थी। इस बाबत उनकी ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई और सुरक्षा भी मांगी गई थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके बाद उनके आवास के लॉन में तोडफ़ोड़ हुई अब आगजनी की घटना की गई है। इन दोनों वारदातों की रिपोर्ट भी उन्होंने सिविल लाइन थाना में दर्ज कराई है। यह परिवार किस कदर परेशान व खौफजदा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है उन्हें दीपावली अवकाश के दौरान शहर से बाहर जाने पर मकान में रखे तमाम सामान का बीमा करवाना पड़ा।
पुलिस ने साफ कर दी जगह : आग लगने की जगह को पुलिस ने आनन फानन में पूरी तरह साफ कर दिया। न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शर्मा की सूचना पर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पानी की बाल्टियां डालकर आग बुझाई गई। लेकिन इसके बाद आगजनी के सुराग ढूंढऩे की बजाए पुलिस ने सफाई कर्मियों के जरिए घटनास्थल से जले सामान व राख तक को हटा कर जगह को पूरी तरह साफकर दिया।
न्यायाधीश आवास पर आग के बाद मौके से एफएसएल जांच के लिए नमूने लेता फोरेंसिक टीम का सदस्य।
जज दंपती। (फाइल फोटो)
न्यायाधीश दपंती के आवास का वह हिस्सा जहां आग लगाई गई।
Rajasthan Predesh me Arajakta
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