बुधवार, 21 नवंबर 2012

म्यूजिकल इवेंट के नाम पर रेव पार्टी


म्यूजिकल इवेंट के नाम पर रेव पार्टी



खुलेआम चरस, गांजे व ड्रग्स की हुई सप्लाई, युवक युवतियां नशे में चूर होकर झूमे


जैसलमेर कन्नोई के धोरों पर 16 से 18 नवंबर तक रंगीन शाम का नजारा था। धोरों पर चकाचौंध रोशनी के बीच बसाए गए शहर में रेव पार्टी, अभद्र डांस और नशीले पदार्थों का सेवन किए युवक युवतियां झूम रहे थे। बाहर से आए आयोजकों ने इतना बड़ा आयोजन किया और कई नियमों की धज्जियां उड़ाई लेकिन स्थानीय प्रशासन कुछ नहीं कर सका। आयोजन के बाद प्रशासन पल्ला झाडऩे के अलावा कुछ भी जवाब नहीं दे पा रहा है। 16 से 18 नवंबर तक रेगिस्तान नाम से संगीत व संस्कृति का कार्यक्रम हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस कार्यक्रम में फूहड़ता के अलावा कुछ भी नहीं था। वहीं खुलेआम नशीले पदार्थों का सेवन चल रहा था। और तो और आयोजक कइयों का भुगतान किए बिना ही फरार हो गए। इसमें जैसलमेर जिले के कई प्रशासनिक आला अधिकारी भी शमिलित हुए .साथ ही आयोजको ने अधिकारियो और उनके रिश्तेदारों और मित्रो के लिए अलग से व्यवस्थाए भी की 

जानकारी के अनुसार एक निजी चैनल के सहयोग से यह भव्य कार्यक्रम जैसलमेर के कन्नोई के धोरों में आयोजित किया गया था। इसकी बुकिंग इंटरनेट पर हुई थी और दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ सहित कई शहरों के युवक युवतियां इसमें भाग लेने आए थे। इस कार्यक्रम में कई वीआईपी और वीवीआईपी लोगों ने भी हिस्सा लिया वहीं उनके रिश्तेदार भी आए हुए थे। इस वजह से प्रशासन भी दबाव में रहा।

पर्यटकों व ग्रामीणों को हुई परेशानी : तीन दिन तक लगातार रात भर चले इस म्यूजिकल इवेंट से कई पर्यटकों व ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ी। इस क्षेत्र में आसपास के रिसोर्ट हैं जहां टूरिस्ट ठहरे थे और आबादी भी रहती है। तेज ध्वनि प्रदूषण से इन लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

धोरों पर बिखेर गए कचरा : ग्राम पंचायत से आयोजकों ने स्वीकृति तो ली थी लेकिन कार्यक्रम पूरा हो जाने के बाद धोरों की साफ सफाई नहीं की गई है। सरपंच ने बताया कि हमसे एनओसी तो ली थी मगर अभी तक मौके की साफ सफाई नहीं करवाई गई है। जहां कार्यक्रम हुआ था वहां अभी कचरा ही कचरा बिखरा पड़ा है।



नशीले पदार्थों की हुई सप्लाई नारकोटिक्स डीआईजी मौजूद


खुलेआम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना

कार्यक्रम के दौरान नारकोटिक्स अधिकारी बी.एल. नायक के नेतृत्व में पूरी टीम मौजूद थी। इस टीम की नाक के नीचे मादक पदार्थों का युवक युवतियों ने सेवन किया और कोई कार्रवाई नहीं हुई। ने जब डीआईजी नायक से बात की तो उन्होंने बताया कि वे 18 नवंबर को 8 बजे तक वहीं थे और उसके बाद लौट गए थे, हालांकि उनकी टीम वहीं थी।

कन्नोई में रागस्थान नाम से हुए म्यूजिकल इवेंट में रात भर डीजे पर धमाल होता रहा और प्रशासन मूक दर्शक बनकर खड़ा रहा। गौरतलब है कि रात 10 बजे के बाद डीजे बजाने पर सुप्रीम कोर्ट की रोक है। बावजूद इसके जैसलमेर में रात भर तेज आवाज में डीजे बजता रहा। पुलिस व प्रशासन ने इन्हें रोकने का प्रयास भी नहीं किया। कन्नोई क्षेत्र के पास ही डेजर्ट नेशनल पार्क का क्षेत्र है, ऐसे में लुप्त प्राय हो रहे वन्यजीवों को भी इधर उधर भागना पड़ा। डीएनपी क्षेत्र के आसपास सख्त नियम लागू होते हैं ताकि वन्यजीव क्षेत्र से बाहर नहीं भागे और शिकारियों के हाथ नहीं लगे, लेकिन इन नियमों की भी यहां धज्जियां उड़ती दिखाई दी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कन्नोई में हुए आयोजन में खुलेआम चरस गांजा और ड्रग्स की सप्लाई हो रही थी। भास्कर को इस संबंध में वहां गए कई लोगों ने बताया। बाहर से आए युवक युवतियां नशे में चूर होकर फूहड़ डांस करने के साथ अभद्र प्रदर्शन कर रहे थे। कई विदेशी युवतियां भी इस इवेंट के लिए आई हुई थी।




पुलिस को अंदर भी नहीं जाने दिया खुफिया एजेंसियों से नहीं ली परमिशन

कइयों का भुगतान नहीं किया

जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम में कई विदेशी युवक युवतियों ने भी हिस्सा लिया। ये लोग सीधे ही कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक विदेशी सैलानियों की कोई एंट्री नहीं की गई। आयोजकों ने सीमावर्ती इलाके में इतना बड़ा कार्यक्रम किया और बॉर्डर इंटेलीजेंस से परमिशन तक नहीं ली।

आयोजकों ने जोर शोर से कार्यक्रम किया। लेकिन कार्यक्रम खत्म होने के बाद कइयों का भुगतान ही नहीं किया। टैंट हाउस संचालक मनवंत गहलोत ने बताया कि उन्हें दिए गए 13 लाख के चेक बाउंस हो गए और अब कोई जवाब देने को तैयार नहीं है। हालांकि जिन लोगों का भुगतान नहीं हुआ है वे मौके पर अभी भी बैठे हैं और आयोजकों को सामान ले जाने नहीं दे रहे हैं।

प्रशासन मूक दर्शक : आयोजकों ने जिला प्रशासन ने खानापूर्ति के नाम पर केवल आयोजन करने की स्वीकृति ली थी। इसके बाद प्रशासन ने उस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया और आयोजकों ने भौंडा प्रदर्शन कर जैसलमेर की संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया।

रागस्थान के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में कहीं भी संस्कृति की झलक नहीं थी, पाश्चात्य संस्कृति के अनुरूप अभद्र प्रदर्शन ही हुआ।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रात्रि में एक बार पुलिस कार्यक्रम में चल रहे डीजे को बंद करवाने भी पहुंची लेकिन गेट पर खड़े सुरक्षा गार्डों ने एकबारगी पुलिस को भी अंदर नहीं जाने दिया। बाद में आधा घंटा डीजे बंद कर दिया और उसके बाद सुबह 4 बजे तक धमाल चलता रहा।

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