प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज
सिवाना। पंचायत समिति सिवाना के प्रधान के खिलाफ एक पखवाड़े पहले कांग्रेस के ही पंचायत समिति सदस्यों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार को पंचायत समिति मुख्यालय पर वोटिंग प्रक्रिया के दौरान खारिज हो गया। दोपहर में एक से मध्यान्ह चार बजे तक आयोजित वोटिंग प्रक्रिया में एक भी पंचायत समिति सदस्य ने भाग नहीं लिया। अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने के समाचार मिलने के बाद प्रधान समर्थकों ने नारे लगाकर खुशी जताई।
करीब एक पखवाड़े पहले कांग्रेस के पंचायत समिति सदस्यों द्वारा सिवाना प्रधान मालाराम भील के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शुक्रवार को वोटिंग प्रक्रिया हुई। दोपहर एक बजे प्रभारी अधिकारी उपखंड अधिकारी चंचल वर्मा की देखरेख में पंचायत समिति मुख्यालय पर वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई।मध्यान्ह चार बजे तक चली वोटिंग की इस प्रक्रिया में प्रधान के समर्थक व विरोधी किसी एक भी पंचायत समिति सदस्य ने भाग नहीं लिया। अधिकारी मतदान के लिए पंचायत समिति सदस्यों का इंतजार करते रहे। आखिरी समय तक मतदान करने के लिए एक भी पंचायत समिति सदस्य यहां नहीं पहुंचा।
इस पर स्वत:ही लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। इसके समाचार मिलने पर यहां मौजूद सैकड़ों प्रधान समर्थकों ने खुशी में जमकर आतिशबाजी की। वहीं कांग्रेस के नारे लगाए। इस अवसर पर पूर्व विधायक मोटाराम मेघवाल, यूथ कांग्रेस नेता उत्तम राठौड़, मालमसिंह मिठौड़ा, जितेन्द्रसिंह नौसर,पूर्व सरपंच रामनिवास आचार्य,सिवाना कांग्रेस अध्यक्ष फरीद खां,भील समाज विकास समिति अध्यक्ष पारसमल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी ,कार्यकर्ता व प्रधान समर्थक मौजूद थे।
पारित नहीं हुआ प्रस्ताव
जिला प्रशासन के निर्देश पर शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मतदान प्रक्रिया का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें एक भी पंचायत समिति सदस्य ने भाग नहीं लिया। इस पर यह पारित नहीं हो पाया।
-चंचल वर्मा प्रभारी अधिकारी व उपखण्ड अधिकारी
विफल हुई साजिश
मेरे विरूद्ध पार्टी विरोधी उच्च पदों पर आसीन कुछ पार्टी नेताओं ने साजिश रची थी। जो अविश्वास गिरने से नाकाम हो गई। समस्त सदस्यों ने पार्टी हित में कार्य करते हुए मेरे पर विश्वास जताते हुए मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं लिया।
-मालाराम भील, प्रधान, सिवाना
सिवाना। पंचायत समिति सिवाना के प्रधान के खिलाफ एक पखवाड़े पहले कांग्रेस के ही पंचायत समिति सदस्यों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार को पंचायत समिति मुख्यालय पर वोटिंग प्रक्रिया के दौरान खारिज हो गया। दोपहर में एक से मध्यान्ह चार बजे तक आयोजित वोटिंग प्रक्रिया में एक भी पंचायत समिति सदस्य ने भाग नहीं लिया। अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने के समाचार मिलने के बाद प्रधान समर्थकों ने नारे लगाकर खुशी जताई।
करीब एक पखवाड़े पहले कांग्रेस के पंचायत समिति सदस्यों द्वारा सिवाना प्रधान मालाराम भील के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शुक्रवार को वोटिंग प्रक्रिया हुई। दोपहर एक बजे प्रभारी अधिकारी उपखंड अधिकारी चंचल वर्मा की देखरेख में पंचायत समिति मुख्यालय पर वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई।मध्यान्ह चार बजे तक चली वोटिंग की इस प्रक्रिया में प्रधान के समर्थक व विरोधी किसी एक भी पंचायत समिति सदस्य ने भाग नहीं लिया। अधिकारी मतदान के लिए पंचायत समिति सदस्यों का इंतजार करते रहे। आखिरी समय तक मतदान करने के लिए एक भी पंचायत समिति सदस्य यहां नहीं पहुंचा।
इस पर स्वत:ही लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। इसके समाचार मिलने पर यहां मौजूद सैकड़ों प्रधान समर्थकों ने खुशी में जमकर आतिशबाजी की। वहीं कांग्रेस के नारे लगाए। इस अवसर पर पूर्व विधायक मोटाराम मेघवाल, यूथ कांग्रेस नेता उत्तम राठौड़, मालमसिंह मिठौड़ा, जितेन्द्रसिंह नौसर,पूर्व सरपंच रामनिवास आचार्य,सिवाना कांग्रेस अध्यक्ष फरीद खां,भील समाज विकास समिति अध्यक्ष पारसमल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी ,कार्यकर्ता व प्रधान समर्थक मौजूद थे।
पारित नहीं हुआ प्रस्ताव
जिला प्रशासन के निर्देश पर शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मतदान प्रक्रिया का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें एक भी पंचायत समिति सदस्य ने भाग नहीं लिया। इस पर यह पारित नहीं हो पाया।
-चंचल वर्मा प्रभारी अधिकारी व उपखण्ड अधिकारी
विफल हुई साजिश
मेरे विरूद्ध पार्टी विरोधी उच्च पदों पर आसीन कुछ पार्टी नेताओं ने साजिश रची थी। जो अविश्वास गिरने से नाकाम हो गई। समस्त सदस्यों ने पार्टी हित में कार्य करते हुए मेरे पर विश्वास जताते हुए मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं लिया।
-मालाराम भील, प्रधान, सिवाना
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