शनिवार, 10 नवंबर 2012

राजस्थानी भाषा दिपोत्सव रविवार शाम बालोतरा रेल्वे स्टेशन परिसर में।

॔॔ एक दिवलो मायड़ भाषा रे नाम ’’ 
राजस्थानी भाषा दिपोत्सव रविवार शाम बालोतरा रेल्वे स्टेशन परिसर में। 
राजस्थानी भाषा के लिए जलाएगें एक दीया। 

बालोतरा राजस्थानी भाषा को संवैधनिक मान्यता देने की मांग करने वाले राजस्थानी भाषा प्रेमी दीपावली पर एक दीपक अपनी मांग के समर्थन में जलाकर एकजुटता का प्रर्दशन करेंगें। यह निर्णय शनिवार को आयोजित अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा संघर्ष समिति तथा समिति के घटकों की बैठक में लिया गया, बैठक में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम भाषा की मान्यता के लिए हजारों पोस्टकार्ड भेजे जाने की कड़ी में यह कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम का नाम ॔॔एक दिवलों मायड़ भाषा रै नांव’’ दिया गया। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर मे अलगअलग तिथियों पर राजस्थानी भाषा समर्थक किसी एक स्थान पर दीयें जलाएगें। बालोतरा मे ंयह कार्यक्रम रविवार को शाम 7.00 बजे, रेल्वे स्टेशन परिसर पर होगा। 

राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति उपखण्ड पाटवी भीखदान चारण ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारी कर ली गई है। अभियान से जुड़ा हर व्यक्ति इस दिन एक दीपक जलाकर भाषा की मान्यता के प्रति संकल्पना जताएगा। चारण का कहना है कि यह आंदोलन की सकारात्मक रणनीति का हिस्सा है। दीया, आस और विश्वास का प्रतीक है। हम इसके माध्यम से एकजुटता का प्रर्दशन करना चाहते है। निश्चित रूप से केन्द्र सरकार तक हमारा संदेश पहुंचेगा और भाषा मान्यता का मार्ग प्रशस्त होगा। बैंठक में चिन्तन परिषद के पाटवी राजेन्द्रसिंह कंवरली, शिक्षक परिषद पाटवी तनसिंह जुगतावत, छात्र मोर्चा संयोजक राणीदान रावल, समाजसेवी ओम बांठिया, सुप्रसिद्ध राजस्थानी गायक प्रकाश माली, रमेश गुप्ता, पृथ्वीसिंह रोहड़िया, चण्डीदान आशिया, कमलसिंह पंवार, दिलिप गहलोत, भगाराम पंवार, रेवतसिंह राठोड़, दिलिप कंसारा, मुकेश माली व अशोक व्यास सहित संगठन के कई सदस्य उपस्थित थे। चारण ने इस अवसर पर ज्यादा से ज्यादा नगरवासीयो व गणमान्य नागरिकों को कार्यक्रम स्थल पर पधारने का आग्रह किया। तथा दीपावली के दिन एक दीपक मायड़ भाषा के नाम जलानें का अनुरोध किया।

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