राजस्थानी भाषा समिति जिला सम्मलेन आयोजित
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राजस्थानी महज भाषा नहीं हमारी संस्कृति और पहचान हें..प्रेम भंडारी
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के तत्वाधान में शनिवार को समिति के अंतर्राष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी की के मुख्य आतिथ्य और संजीवनी को ओपरेटिव के महाप्रबंधक विक्रम सिंह इन्द्रोई की अध्यक्षता में जय नारायण व्यास पोलोटेक्निक कॉलेज जालिपा रोड में जिला सम्मलेन का आयोजन किया गया ,बैठक में संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी , इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,डॉ लक्ष्मी नारायण ,जोशी ,सुलतान सिंह रेडाना ,रणवीर भादू , संजीवनी ओपरेटिव के महाप्रबंधक विक्रम सिंह इन्द्रोई ,माधो सिंह चौहान ,उदयभानु सिंह ,अनिल सुखानी ,जिला सहसंयोजक नरेश देव सारण , विजय कुमार ,रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली ,अशोक सारला ,रमेश गौड़ ,हिन्दू सिंह तामलोर ,भोम सिंह बलाई ,विजय सिंह खारा ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे ,स्थानीय डाक बंगलो में राजस्थानीभाषा अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी .इससे पूर्व राजस्थानी भाषा बाड़मेर समिति द्वारा समिति के अंतर्राष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी और विक्रम सिंह इन्द्रोई का सम्मान किया गया .बैठक को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी ने कहा की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता नहीं मिलाने का खामियाजा युवा वर्ग को भुगतना पड़ रहा हें उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा को राजनीति कारणों तथा बाहरी प्रान्तों के प्रभावशाली लोगो द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत वंचित रखा जा रहा हें ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा का सम्रध इतिहास हें ,राजस्थानी महज भाषा नहीं हमारी संस्कृति और पहचान हें ,उन्होंने कहा की अपनी भाषाके आभाव में हम अपनी पहचान खोते जा रहे हें ,राजस्थानी के बिना राजस्थान की कल्पना बेमानी हें ,उन्होंने कहा की राजनेता वोट की भाषा समझते हें इस बार हम उन्हें उनकी भाषा में राजस्थानी का महत्त्व समझेंगे .उन्होंने कहा की अगला अभियान सुन ले नेता सगला डंके की चोट ,पेली भाषा पछे वोट की तर्ज पर चलेगा जिसमे जो नेता राजस्थानी भाषा के लिए आगे आएगा उन्हें ही समर्थन देंगे .बैठक को संबोधित करते हुए विक्रम सिंह इन्द्रोई ने कहा की हिंदी साहित्य भी राजस्थानी भाषा के बिना अधूरा हें ,उन्होंने कहा की हिंदी साहित्य की संकल्पना राजस्थानी भाषा पर रची गई हें ,उन्होंने कहा की मीरा ,दादू ,चंदर बरदाई ,कन्हयालाल सेठिया को हिंदी साहित्य से निकाल ले तो हिंदी साहित्य सुन्या होगा ,इस अवसर पर समिति के जोधपुर संभाग के उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की भाषा के आभाव में हमारा समाज कई विक्रतियो के दौर से गुजर रहा हें ,उन्होंने कहा की एक मत से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए आवाज़ बुलंद करने की जरूरत हें ,बैठक को संबोधित करते हुए रणवीर भादू ने कहा की बाड़मेर सेराजस्थानी भाषा को मान्यता के उठी आवाज़ संसद तक पहुंची हें ,इस अवसर पर डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ने कहा कीराजस्थानी भाषा कोमायद भाषा को संवेधानिक मान्यता मिलाने में राजनीति अडचने आ रही हें ,इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा की ने कहा की राजस्थानी भाषा की अलख जगाने की मशाल जो बाड़मेर को पकडाई उसे जन जन तक पहुँचाने का पूरा प्रयास किया गया उन्होंने कहा की बाड़मेर में वाहनों पर राजस्थानी भाषा में स्लोगन ,ओखाने लिखने का अभियान शुरू किया जाएगा उन्होंने कहा की जैसलमेर में भी अभियान शुरू किया गया .उन्होंने अब तक राजस्थानी भाषा को लेकर चलाये अभियान की जानकारी दी .इस अवसर पर कॉलेज प्रबंधक भवानी शंकर , सहसंयोजक नरेश देव सारण , अशोक सारला ,हिन्दू सिंह तामलोर ,विक्रम सिंह तामलोर ,तरुण मुखी ने राजस्थानी भाषा से युवा वर्ग के सक्रीय रूप से जुड़ने को उपलब्धि बताया . कार्यक्रम का सञ्चालन चन्दन सिंह भाटी ने किया
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