गर्भवती महिला के परिजनों से बदसलूकी!
बीकानेर। बीकानेर के सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला के परजिनों से बदसलूकी का मामला सामने आया है। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में बुधवार रात शीतला गेट निवासी आशिफा (29)को भर्ती कराया गया था। गुरूवार सुबह करीब 5 बजे बहू को देखने जब आशिफा की सास अस्पताल पहुंची तो उसने देखा कि नवजात पलंग के नीचे पड़ा है। इस पर उसने हंगामा कर दिया।
आशिफा की सास ने डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उसका कहना है कि डॉक्टरों ने बहू का प्रसव कराने से इनकार कर दिया था। इस कारण अपने आप प्रसव हो गया। आशिफा की सास के हंगामा करने पर डॉक्टर और अन्य कर्मचारी वहां पहुंचे। उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन वह हंगामा करती रही।
इस पर डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों ने उसे धक्के देकर वार्ड से बाहर निकाल दिया। बाद में उसे एक कमरे में बंद कर दिया। जब मामले की जानकारी अस्पताल के अधीक्षक को लगी तो उन्होंने आशिफा की सास को बाहर निकलवाया और समझा बुझाकर मामला शांत करवाया। अस्पताल अधीक्षक सतीश कचला ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है।
बीकानेर। बीकानेर के सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला के परजिनों से बदसलूकी का मामला सामने आया है। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में बुधवार रात शीतला गेट निवासी आशिफा (29)को भर्ती कराया गया था। गुरूवार सुबह करीब 5 बजे बहू को देखने जब आशिफा की सास अस्पताल पहुंची तो उसने देखा कि नवजात पलंग के नीचे पड़ा है। इस पर उसने हंगामा कर दिया।
आशिफा की सास ने डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उसका कहना है कि डॉक्टरों ने बहू का प्रसव कराने से इनकार कर दिया था। इस कारण अपने आप प्रसव हो गया। आशिफा की सास के हंगामा करने पर डॉक्टर और अन्य कर्मचारी वहां पहुंचे। उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन वह हंगामा करती रही।
इस पर डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों ने उसे धक्के देकर वार्ड से बाहर निकाल दिया। बाद में उसे एक कमरे में बंद कर दिया। जब मामले की जानकारी अस्पताल के अधीक्षक को लगी तो उन्होंने आशिफा की सास को बाहर निकलवाया और समझा बुझाकर मामला शांत करवाया। अस्पताल अधीक्षक सतीश कचला ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है।
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