शनिवार, 3 नवंबर 2012

जिकर्रुहमान का तांगा रहा प्रथम


जिकर्रुहमान का तांगा रहा प्रथम

तांगा दौड़ के रोमांच के साथ उर्स का समापन

  रोल अलसुबह शुरू हुई तांगा दौड़...कोचवानों के इशारे पर दौड़ते घोड़े...सड़क के किनारों पर खड़े दर्शक...भीड़ को काबू में करती पुलिस...। पाक जुब्बा शरीफ के उर्स में शुक्रवार को उत्साह और उमंग के साथ तांगा दौड़ देख दर्शक रोमांचित हो उठे। दर्शकों ने तालियां बजा कर कोचवानों का हौंसला बढ़ाया। भोर के समय दौड़ते तांगों की आवाज सुनकर देखने वाले भी उत्साह से भर गए। नागौर के दिल्ली दरवाजा में सबसे पहले दिल्ली के कोचवान जिकर्रुहमान के तांगे ने प्रवेश कर जीत दर्ज की। सुबह 6.30 बजे तांगा दौड़ देखने सड़क किनारे दर्शकों की रेलमपेल बन गई। रोल से नागौर तक भोर के समय हल्के अंधेरे को चीरते तांगे एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश में थे। सबसे आगे चल रहे कोचवान जिकुर्रुहमान व अहमद खां के तांगों में अंत तक एक दूसरे से आगे निकलने की जद्दोजहद रही। हवा से बातें कर रहे तांगे मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए। इस दौरान पुलिस बंदोबस्त रहा। रास्ते हूटिंग का दौर तांगों के नागौर पहुंचने तक नहीं थमा।

ये रहे विजेता

बासनी के हबीबुर्रहमान के घोड़े को चला रहे कोचवान जिकर्रुहमान ने पहला स्थान प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर अहमद खां व तीसरे स्थान पर जयपुर के अन्नू उर्फ मुन्ना का तांगा रहा। नगरपरिषद ने विजेताओं को पुरस्कृत किया।

रोल मेले का समापन

तांगा दौड़ के साथ ही तीन दिवसीय मेले का समापन शुक्रवार को हुआ। वक्फ कमेटी के सदर मोहम्मद फारूक ने कमेटी की ओर से मेला व्यवस्थाओं में सहयोग के लिए पुलिस, प्रशासन, रोल ग्राम पंचायत व ग्रामीणों का आभार जताया।

खरीदारी का दौर चला

रोल के जुब्बा शरीफ के मेले में तांगा दौड़ के साथ समापन के बावजूद शुक्रवार को दिन भर मेले में लगी दुकानों पर खरीदारी होती रही। यह खरीदारी ग्रामीण इलाकों के लोगों की थी। ग्रामीण क्षेत्र की महिलांए विशेष तौर से सजधज कर मेले में पहुंचकर मौत का कुआं, झूलों का आनंद लेते हुए खूब खरीदारी की। शुक्रवार को रोल के अलावा डिडिया कला व खुर्द, छावटा, गगवाना, सुरजनियावास, खेतोलाव, खेरवाड़, टांगला, बुगरड़ा, सोमणा, डेह, खंवर, रातंगा, कसनाऊ, मूंडवा, फरड़ौदा, ज़ायल सहित कई गांवों के लोगों ने खरीदारी की।

देर रात चला कव्वाली का दौर

मेले के दौरान गुरुवार को दरगाह में कवाल सरफूद्दीन नईमुद्दीन एंड पार्टी द्वारा बेहतरीन अंदाज में उम्दा कव्वालियों की प्रस्तुतियां देकर खूब दाद बटोरी। प्रोग्राम देर रात तक चला।






कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें