शुक्रवार, 2 नवंबर 2012

तीन बहनें,एक पति के लिए करवा चौथ

तीन बहनें,एक पति के लिए करवा चौथ

चित्रकूट। इस भौ  तिकतावादी युग में जहां विवाह को बंधन माना जा रहा है वहीं उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में तीन बहनों का एक पति है और तीनों न साथ मिलजुल कर रहती हैं बल्कि सुहाग का त्योहार करवा चौथ भी एक साथ ही मनाती हैं। तीनों का विवाह छह साल पहले उस वक्त भी चर्चा में आया था जब उन्होंनें कृष्णा के साथ शादी की थी। तब यह कहा गया था कि यह विवाह ज्यादा दिन तक नहीं चल सकता लेकिन तीनों ने परिवार और समाज की कही बातों को झुठला दिया। तीनों कृष्णा के साथ शादी कर न सिर्फ उसके साथ पूरे समर्पण के साथ जीवन बिता रही हैं बल्कि उसे भगवान की तरह पूजती भी हैं। शोभा. रीना और पिंकी नाम की इन तीनों बहनों ने विश्वविद्यालय से स्नात्कोत्तर की डिग्री भी ले रखी है। यह नहीं कहा जा सकता कि अनपढ़ होने या गरीबी के कारण यह विवाह हुआ है।

चित्रकूट में रहने वाली शोभा, रीना और पिंकी ये तीनों सगी बहनें हैं और इन्होनें अपनी मर्जी और पूरे होशोहवास से एक ही व्यक्ति को अपना पति चुना है। वह अपने पति को सामान्य व्यक्ति नहीं बल्कि दिव्य पुरूष मानती हैं। इन बहनों को कहना है कि महाकाली से मिली शक्ति के दम पर दुनिया को यह दिखा देना चाहती है कि आज भी अगर çस्त्रयां अपनी इच्छाओं पर काबू रखना सीख ले तो किसी सामान्य पुरूष को भी दशरथ जैसा महाराजा बनाया जा सकता है।

चित्रकूट के इस अनूठे परिवार के घर में करवा चौथ के दिन का नजारा देखने लायक होता है। इस दिन ये तीनों बहनें अपने पति की दीर्घ आयु के लिए व्र्रत रखती हैं और रात में चन्द्रमा निकलने पर सोलह श्रंगार कर एक साथ करवा चौथ के दिन की जाने वाली विशेष पूजा करती हैं। पूजा के बाद ये तीनों एक ही चलनी से अपने पति को निहारने के बाद उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेती हैं। तीन बहने अपने पति कृष्णा के साथ मिल जुल कर एक ही घर में एक ही छत के नीचे हंसी खुशी जीवन बिता रही हैं।

छह साल के वैवाहिक जीवन में अब तक छह बच्चे भी पैदा हो चुके हैं। चित्रकूट में एक पति और इसकी तीन पत्नियों वाला यह परिवार आज भी खुद को सतयुग और त्रेतायुग के राजा महाराजाओं जैसा मानता है। सवाल यह भी है कि क्या आज समाज में ऎसे रिश्तों को स्वीकार किया जा सकता है। चित्रकूट का यह अनोखा परिवार अपने उलझे रिश्तों के ताने वाने के चलते चर्चा का विषय बना हुआ है।

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