शुक्रवार, 9 नवंबर 2012

सीमा पर घुसपैठ का भारत ने जताया विरोध


सीमा पर घुसपैठ का भारत ने जताया विरोध

 

बाड़मेर  सीमा सुरक्षा बल व पाकिस्तान रेंजर्स की संयुक्त त्रैमासिक बैठक बुधवार को सीमा स्तंभ 814 पर मुनाबाव में आयोजित हुई। इसमें भारतीय दल के प्रमुख ने पाकिस्तानी नागरिकों की ओर से सीमा पर की जाने वाली अवैध घुसपैठ पर कड़ी आपत्ति जताई। इस पर पाक दल के प्रतिनिधियों ने पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात जवानों को सख्त निर्देश देकर घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही घुसपैठ पर पाबंदी लगाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई।

मुनाबाव कांफ्रेंस हॉल में आयोजित इस संयुक्त बैठक की शुरूआत में बीएसएफ के डीआईजी आर.एस. राठौर ने पाकिस्तानी दल का स्वागत किया। पाक दल का नेतृत्व पाक रेंजर्स के डीडीजी ब्रिगेडियर मोहम्मद रफीक खान ने किया। बैठक में सीमा संबंधी मामलों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में भारत की ओर से सीमा के निकट पाक नागरिकों की ओर से मवेशी चराने की आड़ में तस्करी व अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन करने की संभावना पर कड़ी आपत्ति की गई। वहीं पाक रेंजर्स ने बीएसएफ की ओर से लगाई गई फ्लड लाइट्स की रोशनी के पाकिस्तान की जमीन पर पडऩे का मुद्दा उठाया गया। दोनों ही देश के प्रतिनिधियों ने सीमा पर शांति व सौहाद्र्र स्थापित कर सीमा रक्षक बलों के बीच आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिए अपनी सहमति जताई। बैठक के अंत में बीएसएफ व पाक रेंजर्स की ओर से प्रमुख निर्णयों की प्रतिलिपियों पर हस्ताक्षर कर एक-दूसरे को सुपुर्द किए गए। पाक दल का नेतृत्व कर रहे ब्रिगेडियर खान ने बैठक को सफल बताते हुए धन्यवाद दिया। अंत में बीएसएफ के बैंड दल ने धुनें बिखेरी। बैठक में भारत की ओर से डीआईजी राठौर के अलावा डीआईजी हरमिंदर पाल, यू.के. नयाल, आर.के. थापा, एम.एस. चौहान, समादेष्टा आई.के. मेहता, उप समादेष्टा के.सी. यादव व सहायक कमांडेंट आर.के. डागर ने भाग लिया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें