गुरुवार, 1 नवंबर 2012

मुद्दे हुए गौण, सिर्फ सफाई पर हंगामा


मुद्दे हुए गौण, सिर्फ सफाई पर हंगामा



नगर परिषद की बैठक में पौन घंटे तक चला हंगामा, विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरा, सत्ता पक्ष के पार्षद ने भी लगाए आरोप


बाड़मेर नगरपरिषद की बैठक में मुद्दों को भूल पार्षद आरोप प्रत्यारोप में उलझ गए। सफाई व्यवस्था को लेकर विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के पार्षदों ने विधायक की मौजूदगी में सभापति व उप सभापति को खरी खरी सुनाई। इस मुद्दे पर सदन में करीब पौने घंटे तक हंगामा चला। इस बीच सत्ता पक्ष के ही एक पार्षद ने आरोपों की झड़ी लगा दी। विपक्ष के सदस्य तो आसन छोड़कर वेल में आ गए। भारी शोर गुल के बीच उप सभापति ने शांत करने का प्रयास किया, मगर वे नहीं माने। इतना ही नहीं बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने भी सफाई व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के बोर्ड पर निशाना साधते हुए कहा कि सफाई वाहनों का डीजल तक बाजार में बेचा जा रहा है तो सफाई की उम्मीद कैसे की जाए।

बुधवार को सभापति ऊषा जैन की अध्यक्षता में नगरपरिषद की साधारण बैठक आयोजित हुई। प्रतिपक्ष नेता सुरेश मोदी ने सफाई व्यवस्था के मुद्दे पर कहा कि सफाई अभियान का रिजल्ट शून्य है। अभी तक सभी वार्डों में सफाई नहीं हो पाई है। इस पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने समझाइश की कोशिश की तो पार्षद सुल्तान सिंह ने विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते तीन साल से यह आश्वासन मिल रहा है कि सफाई हो जाएगी, मगर अभी तक सफाई के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए है। हालात यह है कि कॉलेज, मंदिर, स्कूल, छात्रावास सहित वार्डों में कचरा प्वाइंट बना है। इस दौरान विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा खड़ा कर दिया। शेष त्नपेज १६

इस बीच सत्ता पक्ष के पार्षद शंकरसिंह सीट से उठकर आसन के सामने आ गए। उन्होंने कहा कि वार्ड न. 16 में चार माह से सफाई व्यवस्था ठप है। जब जमादारों को फोन लगाते हंै तो कहते है कि वे अभी विधायक के वार्ड में है। फिर 15 अगस्त की तैयारियों में व्यस्त हो गए। इसके बाद सोनिया गांधी की यात्रा की तैयारियां में जुट गए। फिर वार्डों की सफाई कब होगी। इस दौरान विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इससे एक बारगी माहौल गरमा गया। काफी देर तक चले आरोप प्रत्यारोप के बाद आश्वासन पर पार्षद शांत हुए।

...और बिफर गए विधायक

पुख्ता सफाई व्यवस्था के इंतजाम नहीं देखकर कुछ पार्षद वैल में पहुंच गए। उनका कहना था कि हमें तो सफाई चाहिए। कैसे भी करवाओ। इस पर विधायक भी बिफर गए और सफाई निरीक्षक को हटाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हर बार सफाई को लेकर बैठक में हंगामा होता है। इसको मैं नहीं देख सकता।

भूमि अवाप्ति के मुद्दे पर चर्चा

बैठक में प्रतिपक्ष नेता सुरेश मोदी ने कहा कि नगर परिषद के मास्टर प्लान की भूमि को अवाप्ति से मुक्त रखा जाए। साथ ही डीएलसी दरों को पुन: निर्धारण किया जाए। पुराने समय में तय की गई दरें बाजार दरों के हिसाब से बहुत कम है। नियमन की दरें बढ़ाने का विरोध दर्ज किया गया।






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