दूसरे दिन का खेल खत्म,इंग्लैंड 41 पर 3
अहमदाबाद। इंगलैंड ने पहले टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट खोकर 41 रन बना लिए थे। इससे पहले टीम इण्डिया ने इंग्लैण्ड के खिलाफ पहले टेस्ट पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। टीम इण्डिया ने 521 रन पर पहली पारी घोषित कर दी। भारत ने आठ विकेट खोकर 521 रन बनाए। टेस्ट का दूसरा दिन चेतेश्वर पुजारा के नाम रहा। उन्होंने 374 गेंदों में 21 चौकों की मदद से 200 रन बनाए। पुजारा ने 6 टेस्ट खेले हैं। उनका यह पहला दोहरा शतक है। वह 206 रन बनाकर नाबाद रहे। दूसरे दिन भारत ने 4 विकेट खोए और 198 रन बनाए।
दूसरे दिन का खेल शुरू होने के कुछ देर बाद ही पुजारा ने अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 190 गेेंदों में 13 चौकों की मदद से शतक लगाया। युवराज सिंह ने भी अच्छी बल्लेबाजी का मुजायरा पेश किया। युवराज सिंह 151 गेंदों में 6 चौके और 2 छक्के की मदद से 72 रन बनाकर आउट हुए। समिति पटेल ने युवराज को अपना शिकार बनाया।
युवराज के आउट होने के कुछ देर बाद ही कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सिर्फ पांच रन बनाकर चलते बने। ग्रैम स्वान ने धोनी को अपना शिकार बनाया। धोनी के आउट होने के बाद आर अश्विन 52 गेंदों में दो चौकों की मदद से 23 रन बनाकर आउट हुए। केवीन पीटरसन ने अश्विन का विकेट झटका।
भारत को आठवां झटका जहीर खान के रूप में लगा। वह सिर्फ 7 रन बनाकर चलते बने। एंडरसन ने जहीर को अपना शिकार बनाया। पहले दिन वीरेन्द्र सहवाग ने अपने चिर परिचित धुआंधार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 117 गेंदों में 5 चौकों और एक छक्के की मदद से 117 रन ठोके।
वीरू-गंभीर ने दी मजबूत शुरूआत
पहले दिन भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। सहवाग और गंभीर ने 134 रन की साझेदारी कर टीम को ठोस शुरूआत दी। गंभीर के बाद सहवाग ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 90 रन जोड़े। विराट कोहली 19 रन पर पैवेलियन लौटे।
स्वान की फिरकीमें फंसे
स्पिन गेंदबाजों को खेलने में माहिर भारतीय बल्लेबाज मोटेरा में इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान की फिरकी में फंस गए। भारत की पारी में गिरे चारों विकेट ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान के हिस्से में गए। जिनमें से सहवाग, गंभीर और कोहली तो बोल्ड हुए,वहीं सचिन कैच आउट हुए। भारतीय बल्लेबाज स्वान की धीमी और अंदर आती हुई गेंदों पर चकमा खा गए। स्वान ने 32 ओवर में 85 रन देकर चार विकेट झटके।
सचिन ने फिर किया निराश
लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे सचिन तेंदुलकर फिर अपने प्रशंसकों को निराश कर गए। सचिन ने स्वान की गेंद को अनावश्यक रूप से उठाकर मारने की कोशिश की, लेकिन डीप मिड विकेट पर समित पटेल को आसान कैच थमा बैठे। सचिन ने 18 गेंदों पर दो चौकों से 13 रन बनाए। गौरतलब है कि सचिन मौजूदा वर्ष में दस पारियों में सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके हैं। उन्होंने जनवरी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 80 रन बनाए थे, जिसके बाद इस वर्ष उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर मात्र 27 रन है जो उन्होंने बेंगलूरू में न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तेंदुलकर के 23 वर्ष
टेस्ट और वनडे में सर्वाधिक मैच, सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतकों के विश्व रिकार्डधारी सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गुरूवार को 23 वर्ष पूरे कर लिए। सचिन ने अपना पहला टेस्ट 15 नवम्बर 1989 को कराची में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। सचिन सरदार पटेल स्टेडियम में जब अपनी पारी खेलने उतरे तो यह उनका 191वां टेस्ट था।
30 पारियों के बाद शतक...
सहवाग ने अपना आखिरी शतक अहमदाबाद में ही नवम्बर 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था। सहवाग ने पिछले शतक के बाद 30 पारियां खेलने के उपरांत जाकर तीन अंकों का जादुई आंकड़ा छुआ। भारतीय जमीन पर शतक बनाने में अब उनसे सिर्फ तीन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ आगे हैं।
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