तारबंदी पर मारे गए युवक के शरीर से बुलेट नहीं मिली
नगरपरिषद ने किया मृतक का अंतिम संस्कार
जैसलमेर जैसलमेर से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 8 अक्टूबर की रात्रि में सीमा पार जाने की कोशिश कर रहे युवक को बीएसएफ के जवानों ने गोली मारकर ढेर कर दिया था। मृतक की शिनाख्त जगमाल (35) निवासी कलिंजरा (बांसवाड़ा) के रूप में उसके भाई ने की थी। मेडिकल बोर्ड द्वारा बुधवार को मृतक का पोस्टमार्टम किया गया लेकिन उसके शरीर से बुलेट नहीं मिली थी। इस पर एक्स रे करवाया गया। पीएमओ डॉ. डी.डी. खींची ने बताया कि बुलेट उसके शरीर में कहीं फंस गई थी इस कारण नहीं मिल पाई। गुरुवार को मृतक का पोस्टमार्टम पूरा किया गया और शव पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस व नगरपरिषद द्वारा मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। पीएमओ डॉ. खींची के अनुसार अंतिम संस्कार के बाद राख में से बुलेट मिल जाएगी।
परिजन बिना शव लिए लौट गए थे
जानकारी के अनुसार मृतक की शिनाख्त के लिए उसके परिजन बुधवार को जैसलमेर आए थे। शिनाख्त करने के बाद पोस्टमार्टम पूरा नहीं होने से उसके परिजन बिना शव लिए ही लौट गए और नगरपरिषद से अंतिम संस्कार करवाने का कहकर चले गए। जानकारी के अनुसार मृतक बहुत ही गरीब परिवार से था, इस कारण उसके परिजन शव को एक हजार किलोमीटर दूर बांसवाड़ा तक ले जाने में सक्षम नहीं थे, इसलिए वे गुरुवार को जैसलमेर में नहीं रुके और नगरपरिषद द्वारा मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
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