नई दिल्ली।। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ताओं पर लगातार लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से आजिज अरिवंद केजरीवाल ने इसकी जांच कराने का फैसला किया है। उन्होंने अपनी पार्टी के लिए 'आंतरिक लोकपाल' के गठन की घोषणा करते हुए कहा कि तीन रिटायर्ड जजों का पैनल अंजलि दमानिया, प्रशांत भूषण और मयंक गांधी पर लगे आरोपों की जांच करेगा और जो भी दोषी पाए जाएंगे उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ेगी।
शुक्रवार को केजरीवाल ने कहा,'हम करप्शन के खिलाफ लगातार लड़ रहे हैं। कुछ लोग हमारे साथियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। हम सरकार से समय-समय पर मांग करते रहे हैं कि वह स्वतंत्र जांच करवाए और अगर दोषी पाए जाते हैं तो हमें निर्धारित से दोगुनी सजा दी जाए। दुर्भाग्य से सरकार स्वतंत्र जांच करवाने के बजाय कीचड़ उछालने में लगी हुई है। इसलिए हमने खुद ही एक आंतरिक लोकपाल से जांच कराने का निर्णय लिया है। इस लोकपाल में 3 पूर्व जज शामिल होंगे।'
इस लोकपाल में शामिल तीनों रिटायर्ड जजों के नाम हैं- जस्टिस ए.पी. सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस), जस्टिस बी.एच. मारलापल्ले ( बॉम्बे हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज) और जस्टिस जसपाल सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज)। केजरीवाल ने कहा कि ये तीनों पूर्व जज हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लगे आरोपों की जांच करेंगे। अगर जांच में कोई भी कार्यकर्ता किसी भी तरह से दोषी पाया गया तो उसे पार्टी से इस्तीफा देना होगा। उन्होंने कहा कि हम इस लोकपाल से मांग करेंगे कि वह ज्यादा से ज्यादा 3 महीने में हमारे साथियों पर लगे आरोपों की जांच करे।
केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'जैसा कि आप सबको मालूम है हमारे 3 कार्यकर्ताओं अंजिल दमानिया, प्रशांत भूषण और मयंक पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। इनकी जांच के लिए मैं आंतरिक लोकपाल से कहूंगा।' साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में भी अगर हमारे किसी कार्यकर्ता पर आरोप लगते हैं तो हम इस लोकपाल से जांच के लिए कहेंगे।
गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने का खुलासा करने वालीं अंजलि दमानिया खुद भी इसी तरह के विवाद में घिर गई हैं। दमानिया पर आरोप लगा है कि उन्होंने खेती की जमीन खरीदने के लिए खुद को गलत तरीके से किसान साबित किया और बाद में जमीन का लैंड यूज बदलवाकर उसे प्लॉट में तब्दील कर बेच दिया। रायगढ़ प्रशासन ने जांच में पाया कि अंजलि दमानिया का किसान होने का दाव गलत है।
इसी तरह सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील और टीम केजरीवाल के अहम मेंबर प्रशांत भूषण पर भी हिमाचल गलत तरीके से जमीन हासिल करने के आरोप लगाए गए हैं। मयंक गांधी पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने करप्शन के आरोप लगाए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें