गुरुवार, 18 अक्तूबर 2012

विवादों में घिरी इंस्पेक्टर रत्ना सस्पेंड

विवादों में घिरी इंस्पेक्टर रत्ना सस्पेंड
   
जयपुर। विशेषाधिकार हनन को लेकर विवादों में घिरी सीआई रत्ना गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है। ड्यूटी से नदारद रहने पर डीजीपी हरीश मीणा ने गुरूवार को सस्पेंड ऑर्डर जारी कर दिए। अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद रत्ना को गुरूवार सुबह 11 बजे तक राजस्थान विधानसभा की विशेषधिकार समिति के समक्ष पेश होना था,लेकिन वह नहीं पहुंची। पुलिस की ओर से रत्ना के घर और दफ्तर में नहीं मिलने की रिपोर्ट समिति को दी गई और इसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा की महिला एवं बाल विकास समिति ने जुलाई 2010 में महिला थाना पश्चिम का दौरा कर तत्कालीन सीआई रत्ना गुप्ता से थाने में बंद अभियुक्तों व मुकदमों का रोजनामचा,केस डायरी व अन्य रिकॉर्ड मांगा था। सीआई गुप्ता के इनकार करने पर समिति ने विधान सभा अध्यक्ष से इस मामले की शिकायत की थी,जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले को विशेष्ााधिकार समिति को सौंप दिया था।

सदन में पेश होगी रत्ना की रिपोर्ट

विशेषाधिकारी समिति के सामने पेश नहीं होने पर समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र जाडावत ने कहा है कि इंस्पेक्टर को 5वीं बार मौका दिया गया था,लेकिन वह इसबार भी समिति के आगे पेश नहीं हुई। समिति अब इसकी रिपोर्ट सदन के सामने रखेगी।


पुलिस को नहीं मिली इंस्पेक्टर रत्ना

जानकारी के अनुसार पुलिस टीम जब महिला सीआई के आवास पर पहुंची,तो परिजनों ने उसके घर में होने से इनकार किया। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को समझा-बुझा कर रत्ना को पेशी के लिए राजी करने की कोशिश भी की लेकिन सफलता हाथ नहीं लग सकी। गौरतलब है कि विधान सभा की विशेषाधिकार कमेटी ने डीजीपी के नाम नोटिस जारी किया था,जिस पर गुरूवार सुबह विधायकपुरी थानाधिकारी महिला महिला कांस्टेबल के साथ सीआई रत्ना गुप्ता के निवास पर पहुंचे।

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