सवाईमाधोपुर/जयपुर. वनस्थली विद्यापीठ की छात्राओं ने दो छात्राओं से ज्यादती का आरोप लगाते हुए गुरुवार शाम को हंगामा किया। आक्रोशित छात्राएं मुख्य द्वार तक आ गईं।
विद्यापीठ प्रशासन ने जब दरवाजा बंद कर दिया तो छात्राओं ने पास ही स्थित हॉल के शीशे तोड़ दिए और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना पर टोंक एसपी एस. परिमाला, कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल मौके पर पहुंचे, लेकिन देर रात तक यह पता नहीं चल सका कि ज्यादती किन छात्राओं से हुई और वे कहां हैं। विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आदित्य शास्त्री ने किसी तरह की घटना से इनकार किया और इसे केवल बेबुनियाद बताया है। देर रात तक छात्राओं का विरोध जारी था।
विद्यापीठ की छात्राएं गुरुवार दोपहर बाद से ही आक्रोशित हो गईं। पहले हॉस्टल में विरोध किया और इसके बाद मुख्यद्वार पर आ गई। छात्राएं जब मीडियाकर्मियों से बात करने लगीं तो विद्यापीठ के गार्डों ने मीडिया से बदसलूकी की।
बाद में पुलिस प्रशासन ने छात्राओं की बात मीडिया से कराई। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि विद्यापीठ की दो छात्राओं से ज्यादती हुई है।
ये लिखकर दिया मीडिया को : छात्रा अंशिका, शुचि, ऋतु, पूनम, कविता, सोनिया, पूजा, रुचिका, वैशाली और दिव्या ने मीडिया को लिखकर दिया है कि वनस्थली यूनिवर्सिटी की दो लड़कियों से ज्यादती हुई है। उनमें से एक गैंग रेप की शिकार हुई है, जो कि 11वीं कक्षा में पढ़ती है।
जब हमने इसके लिए आवाज उठाई तो यहां के कुलपति ने लड़की को करेक्टरलैस बता दिया और बात करने से मना करते हुए बोले कि मैं यहां था ही नहीं। कई हॉस्टल की लड़कियों को मीटिंग में आने भी नहीं दिया। हॉस्टल पर ताले लगा दिए। एक लड़की को यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया।
मामला बेबुनियाद है : वीसी
मामला पूरी तरह से बेबुनियाद है। हादसा कब हुआ। किनके साथ हुआ, यह किसी को भी पता नहीं। पुलिस अधिकारियों ने विरोध कर रही छात्राओं से दोनों छात्राओं के बारे में पूछा लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया। मैं तो विदेश से बुधवार शाम को ही लौटा हूं।
-प्रो. आदित्य शास्त्री, कुलपति वनस्थली विद्यापीठ
जांच कर रहे हैं : आईजी
हम जांच कर रहे हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
-अनिल पालीवाल, अजमेर रेंज आईजी
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