जोधपुर.सांसद चंद्रेश कुमारी ने कहा कि भक्त शिरोमणि मीराबाई का नाम फिर जोधपुर एम्स के साथ जुड़े, इसके लिए वे हर संभव प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के समक्ष यह मामला लाएंगी। सांसद ने कहा कि जोधपुर एम्स का नाम जब शिलान्यास के समय तय हो गया था तो उसे हटाना हमारी सांस्कृतिक परंपरा क खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि मीराबाई तो सर्वमान्य रही है जिनकी पहचान किसी जाति, धर्म से न होकर श्री कृष्ण भक्त के रूप में विश्व में जानी जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सांसदों से एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात कर इस प्रकरण का समाधान करने के पूरे सार्थक प्रयास किए जाएंगे।
मीरा का नाम पुन: जोड़ने का आग्रह :
भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स जोधपुर नामकरण जन अधिकार समिति के शिवसिंह राठौड़ ने बताया कि समिति ने जेडीए चेयरमैन राजेंद्र सोलंकी से मुलाकात की। चेयरमैन ने विश्वास दिलाया कि उनकी ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री से जोधपुर एम्स के साथ मीरा बाई का नाम पुन: जोड़ने का आग्रह किया जाएगा।
समिति के सदस्यों ने शहर कांग्रेस कार्यालय जाकर अध्यक्ष सईद अंसारी के नाम ज्ञापन दिया। समिति के सदस्य महापौर, पूर्व विधायक जुगल काबरा, पूर्व महापौर ओमकुमारी से भी संपर्क कर मीरा बाई का नाम जुड़वाने के लिए सहयोग मांगेगे।
राजपूत करणी सेना का प्रदर्शन:
एम्स से मीरा बाई का नाम हटाने व सरकार द्वारा आरटीओ रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण निरस्त करने का प्रस्ताव लिए जाने के विरोध में श्री राजपूत करणी सेना की ओर से जिलाध्यक्ष मानसिंह मेड़तिया के नेतृत्व में आरटीओ ऑफिस के बाहर रास्ता बंद कर प्रदर्शन किया।
सेना के जिला संयोजक मालमसिंह राणावत ने बताया कि अगर 15 दिनों इन दोनों मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
मीरा की प्रतिमा लगाने की मांग:
राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की बैठक प्रदेश संयोजक प्रो. कल्याणसिंह शेखावत की अध्यक्षता में हुई। समिति के जिलाध्यक्ष रामसिंह राठौड़ ने बताया कि समिति की ओर से एम्स प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर जोधपुर एम्स का पुन: नामकरण कर प्रवेश स्थल पर मीरा बाई की कांस्य प्रतिमा लगाने की मांग की गई।
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