गडकरी के "फर्जीवाड़े"की जांच शुरू
नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आयकर विभाग ने उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
विभाग ने भाजपा अध्यक्ष की कंपनी पूर्ति पावर एंड शुगर में वित्तीय अनियमितता की जांच शुरू कर दी है। विभाग कंपनी में निवेश की जांच करेगा। साथ ही उन 18 कंपनियों की जांच करेगा जिन्होंने गडकरी की कंपनी में निवेश किया है। आयकर विभाग जल्द ही अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को सौंपेगा।
उधर कंपनी मामलों के मंत्रालय ने नितिन गडकरी की कंपनियों में निवेश की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार शुरूआती जांच नागपुर व मुंबई में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज की ओर से की जाएगी। इन शहारों में गडकरी की पूर्ति गु्रप की कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। इन कंपनियों की ओर से किसी भी प्रकार की गड़बड़ी सामने आएगी तो यह जांच मंत्रालय के स्पेशल फ्रॉड यूनिट को सौंप दी जाएगी।
गडकरी ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। पार्टी व आरएसएस इस बात से चिंतित हैं कि गडकरी पर लग रहे आरोपों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच सकता है।
हालांकि बड़े भाजपा नेता गडकरी का बचाव कर रहे हैं। एक अंगेजी अखबार के गडकरी की कंपनियों में निवेश में गड़बड़ी के खुलासे के बाद उनकी कंपनी पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड में धांधलियों की बातें सामने आ रही हैं। गडकरी की कंपनी में ज्यातिषी,चपरासी व ड्राइवर के निदेशक बनने की बात सामने आई है।
पणसे गडकरी की कंपनी पूर्ति पॉवर एंड सुगर लिमेटेड (पीपीएसएल) की पांच कंपनियों व छह अन्य कंपनियों में 2009 से 2011 के बीच निदेशक रह चुका है। पूर्ति की बेकरी इकाई के कर्मचारी राजेश खानजोडे व मुंबई के ज्योतिषी विष्णु शर्मा भी दो कंपनियों में निदेशक हैं। इन कंपनियों की पीपीएसएल में हिस्सेदारी है। हालांकि जानकारी के अनुसार पणसे को यह जानकारी नहीं है कि वह गडकरी की बनाई या नियंत्रित किसी कंपनी में निदेशक के पद पर आसीन है।
खानजोडे को भी नहीं मालूम कि वह भी किसी कंपनी में निदेशक है। गडकरी की कंपनी पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड में वित्तीय अनियमितता के आरोप लगने के बाद कंपनी मामलों के मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा था कि इस मुद्दे पर जानकारी सार्वजनिक हो गई है और कंपनी रजिस्ट्रार निश्चित तौर पर इसकी छानबीन करेंगे।
पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड में वित्तीय अनियमितता के आरोप लगने के बाद कंपनी मामलों के मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा था कि इस मुद्दे पर जानकारी सार्वजनिक हो गई है और कंपनी रजिस्ट्रार निश्चित तौर पर इसकी छानबीन करेंगे।
नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आयकर विभाग ने उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
विभाग ने भाजपा अध्यक्ष की कंपनी पूर्ति पावर एंड शुगर में वित्तीय अनियमितता की जांच शुरू कर दी है। विभाग कंपनी में निवेश की जांच करेगा। साथ ही उन 18 कंपनियों की जांच करेगा जिन्होंने गडकरी की कंपनी में निवेश किया है। आयकर विभाग जल्द ही अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को सौंपेगा।
उधर कंपनी मामलों के मंत्रालय ने नितिन गडकरी की कंपनियों में निवेश की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार शुरूआती जांच नागपुर व मुंबई में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज की ओर से की जाएगी। इन शहारों में गडकरी की पूर्ति गु्रप की कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। इन कंपनियों की ओर से किसी भी प्रकार की गड़बड़ी सामने आएगी तो यह जांच मंत्रालय के स्पेशल फ्रॉड यूनिट को सौंप दी जाएगी।
गडकरी ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। पार्टी व आरएसएस इस बात से चिंतित हैं कि गडकरी पर लग रहे आरोपों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच सकता है।
हालांकि बड़े भाजपा नेता गडकरी का बचाव कर रहे हैं। एक अंगेजी अखबार के गडकरी की कंपनियों में निवेश में गड़बड़ी के खुलासे के बाद उनकी कंपनी पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड में धांधलियों की बातें सामने आ रही हैं। गडकरी की कंपनी में ज्यातिषी,चपरासी व ड्राइवर के निदेशक बनने की बात सामने आई है।
पणसे गडकरी की कंपनी पूर्ति पॉवर एंड सुगर लिमेटेड (पीपीएसएल) की पांच कंपनियों व छह अन्य कंपनियों में 2009 से 2011 के बीच निदेशक रह चुका है। पूर्ति की बेकरी इकाई के कर्मचारी राजेश खानजोडे व मुंबई के ज्योतिषी विष्णु शर्मा भी दो कंपनियों में निदेशक हैं। इन कंपनियों की पीपीएसएल में हिस्सेदारी है। हालांकि जानकारी के अनुसार पणसे को यह जानकारी नहीं है कि वह गडकरी की बनाई या नियंत्रित किसी कंपनी में निदेशक के पद पर आसीन है।
खानजोडे को भी नहीं मालूम कि वह भी किसी कंपनी में निदेशक है। गडकरी की कंपनी पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड में वित्तीय अनियमितता के आरोप लगने के बाद कंपनी मामलों के मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा था कि इस मुद्दे पर जानकारी सार्वजनिक हो गई है और कंपनी रजिस्ट्रार निश्चित तौर पर इसकी छानबीन करेंगे।
पूर्ति पॉवर एंड शुगर लिमिटेड में वित्तीय अनियमितता के आरोप लगने के बाद कंपनी मामलों के मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा था कि इस मुद्दे पर जानकारी सार्वजनिक हो गई है और कंपनी रजिस्ट्रार निश्चित तौर पर इसकी छानबीन करेंगे।
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