हरामी नाले पर सीमा सुरक्षा बल ने अग्रीम चौकिय स्थापित की
क्रीक इलाके में सीमा को लेकर भारत का पाकिस्तान के साथ लंबे समय से विवाद रहा है और दोनों देशों की बातचीत के एजेंडे में यह मुद्दा है। क्षेत्र में सर क्रीक, पीर सनाई क्रीक, पाबेवरी क्रीक, वियांबारी क्रीक, कूरी क्रीक और देवेरी क्रीक जैसी संकरी खाड़ियों के साथ-साथ कई नाले हैं, जिनमें हरामी नाला घुसपैठ के लिहाज से काफी संवेदनशील है।
पाकिस्तान-भारत सीमा से लगे कच्छ के सरक्रीक में हरामी नाला दलदली, उथला वॉटर चैनल करीब 500 वर्ग किमी में फैला हुआ है। पिछले कुछ वषों में यह इलाका पाकिस्तानी मछुआरों द्वारा जल सीमा के उल्लंघन का गवाह रहा है। दलदली भूमि होने की वजह से सैनिकों को इस इलाके से होने वाली तस्करी और घुसपैठ के खिलाफ कार्रवाई करने में कठिनाई आती है।
क्रीक में घुसना बीएसएफ के लिये बहुत ही मुश्किल है, कारण कि हरामी नाले का पानी भारत की तरफ सीमा में फैला हुआ है जो मारसी और कीचड़ से भरा रहता है और तकरीबन 500 वर्ग किलो मीटर क्षेत्र को घेरता है। साथ ही इस क्षेत्र में पैदल तो क्या गाड़ी या पेट्रोल बोट से भी जाना नामुमकिन है।
हरामी नाला भारत के क्षेत्र वियानवरी क्रीक की तरफ से पाकिस्तान के जी-पिलर 29 की तरफ जाता है उसके पश्चात् यह बॉर्डर पिलर न.1171 के पास वापस भारत की सीमा की ओर बढ़ता है। पाकिस्तान सरकार ने इस विवादित क्रीक क्षेत्र को अपने इलाके में तकरीबन 2 किलोमीटर लम्बी और 50 मीटर चौड़ी एक कृत्रिम चैनल खोद कर मिला लिया है।
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