एनिकट में डूबने से तीन छात्राओं की मौत
माण्डल। भीलवाड़ा. करेड़ा क्षेत्र के कानजी का खेड़ा के निकट बुधवार शाम एनिकट में नहाने उतरी तीन छात्राओं टीना, रेशमा तथा मुस्कान की डूबने से मौत हो गई। बालिकाएं विद्यालय से लौटते समय रास्ते में नहाने के लिए एनिकट में उतर गई थी। रात तक घर नहीं पहुंचने पर उनकी तलाश की गई तो घटना का पता चला।
पुलिस के अनुसार टीना, रेशमा तथा मुस्कान दोपहर में गांव के निकट विद्यालय में पढ़ने गई थी। तीनों एक ही कक्षा में पढ़ती थी। शाम को साढे पांच बजे विद्यालय से छुट्टी के बाद तीनों घर लौट रही थी। रास्ते में वे तारनिया एनिकट में नहाने उतर गई। लेकिन गहराई में चले जाने से तीनों ही डूब गई।
तारनिया एनिकट सूनसान क्षेत्र में होने से सामान्यतया वहां लोगों की आवाजाही कम होती है। ऎसे में बालिकाओं के डूबने का किसी को पता नहीं चला। रात साढे आठ बजे तक भी जब तीनों छात्राएं घर नहीं पहुंची तो परिजन चिंतित हो गए। उनकी आसपास तलाश करवाई गई। इसी बीच किसी ने एनिकट के बाहर छात्राओं के कपड़े देखने की सूचना दी। इसके डेढ़ घण्टे की मशक्कत के बाद रात करीब पौने दस बजे एक के बाद एक तीनों शवों को बाहर निकाला गया।
माण्डल। भीलवाड़ा. करेड़ा क्षेत्र के कानजी का खेड़ा के निकट बुधवार शाम एनिकट में नहाने उतरी तीन छात्राओं टीना, रेशमा तथा मुस्कान की डूबने से मौत हो गई। बालिकाएं विद्यालय से लौटते समय रास्ते में नहाने के लिए एनिकट में उतर गई थी। रात तक घर नहीं पहुंचने पर उनकी तलाश की गई तो घटना का पता चला।
पुलिस के अनुसार टीना, रेशमा तथा मुस्कान दोपहर में गांव के निकट विद्यालय में पढ़ने गई थी। तीनों एक ही कक्षा में पढ़ती थी। शाम को साढे पांच बजे विद्यालय से छुट्टी के बाद तीनों घर लौट रही थी। रास्ते में वे तारनिया एनिकट में नहाने उतर गई। लेकिन गहराई में चले जाने से तीनों ही डूब गई।
तारनिया एनिकट सूनसान क्षेत्र में होने से सामान्यतया वहां लोगों की आवाजाही कम होती है। ऎसे में बालिकाओं के डूबने का किसी को पता नहीं चला। रात साढे आठ बजे तक भी जब तीनों छात्राएं घर नहीं पहुंची तो परिजन चिंतित हो गए। उनकी आसपास तलाश करवाई गई। इसी बीच किसी ने एनिकट के बाहर छात्राओं के कपड़े देखने की सूचना दी। इसके डेढ़ घण्टे की मशक्कत के बाद रात करीब पौने दस बजे एक के बाद एक तीनों शवों को बाहर निकाला गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें