शुक्रवार, 19 अक्तूबर 2012

काले डूगर राय मन्दिर जैसलमेर

काले डूगर राय मन्दिर जैसलमेर

काले डूगर कोड सु , नमै नगर नर नार पूजा ! चढ़े पहाड़ पर, पुरे भगत पुकार !!-- 
 

जैसलमेर भारत पाकिस्तान सरहद पर बसे जैसलमेर जिले में चमत्कारी देवीय शक्ति के प्रति धर्म प्रेमियों की जबरदस्त आस्था हें .जैसलमेर की नो देवीय शक्तियों के चमत्कार जग जाहिर हें.सरहद पर तनौत माता जी का मंदिर .घंटियाली माता जी का मंदिर .तेम्बदेरय माँ मंदिर .पनोधर राय माँ मंदिर ,भादरिया माँ मंदिर .देग्रय माँ मंदिर ,नभ डूंगर राय मंदिर स्वन्गिया माँ मंदिर काले दूंगेर माँ के मंदिरों के प्रति आगाध आस्था हें .जैसलमेर कुलधरा रस्ते के आगे खाभा गाँव से १० किलोमित्टर दूर काले डूंगर राय माँ का बेहद सुन्दर ओउर रमणीक मंदिर पहाड़ी पर बना हुआ हें .काले डूगर राय मन्दिर यह मन्दिर जैसलमेर शहर से ४५ की. मी उतर दिशा मे एक पहाड़ी की चोटी पर हें ! इस पहाड़ी का रंग काला होने के कारण इस मन्दिर को काले डूगर राय के नाम से जाना जाता हें ! जब माड़ प्रदेश के महाराजा भादरिये से जब वापिस पधारे तब मैया के कथानुसार इस पहाड़ी पर पधार कर मैया के नाम से एक छोटे से मन्दिर की स्थापना कर दी थी जो कालांतर मे अनेको भक्तो के सहयोग से भव्य मन्दिर बन गया ! जैसलमेर व आसपास के ग्रामो का विशेष श्रद्धा का केन्द्र हें ! उस समय माड़ प्रदेश एक जंगली एरिया था उबड़ खाबड़ इलाका था , हालाँकि मैया उस समय शशरीर इस धरा पर विराजमान थी ! लेकिन मैया एसे पर्वतो मे जाकर तपस्या लीन हो जाती थी !सभी को दर्शन दुर्लभ थे सिर्फ़ धर्मात्मा राजा या अनन्य भक्तो के वसीभूत होकर मैया को शशरीर उस समय पधारना पड़ता था , मैया कभी नभ डूगर , कभी काले डूगर , कभी भूरे डूगर इस प्रकार अनेको पर्वतो पर निवास स्थान था ! जिस जगहों का भक्तो का मालूम हुवा वहा तो स्थान बना दिए बाकि जगहों का आज तक पता नही हे !








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