शुक्रवार, 21 सितंबर 2012

PHOTOS : यहां 15 साल से चल रहा है बेटियों को बेचने का कारोबार

PHOTOS : यहां 15 साल से चल रहा है बेटियों को बेचने का कारोबार  PHOTOS : यहां 15 साल से चल रहा है बेटियों को बेचने का कारोबार  PHOTOS : यहां 15 साल से चल रहा है बेटियों को बेचने का कारोबार 


शिवपुरी। आठ साल पहले मेरी 11 साल की बेटी गुड्डी को गांव की लज्जाबाई शिवपुरी का दशहरा दिखाने की कहकर ले गई थी। दशहरा देखकर लज्जा बाई तो वापस आ गई, लेकिन मेरी बेटी नहीं लौटी। बेटी के बारे में कई बार लज्जा से पूछा लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। न जाने मेरी बेटी किस हाल में होगी। यह पीड़ा रन्नौद के माढ़ा गणोशखेड़ा में रहने वाली वृद्धा परमो आदिवासी की है।



दरअसल, रन्नौद के इस गांव में पिछले 15 साल से बेटियों को बेचने का कारोबार चल रहा है। इसका जाल इतना फैला हुआ है कि इसपर अबतक अंकुश नहीं लगाया जा सका है।

गुड्डी के भाई पूरन आदिवासी ने बताया कि जब मेरी बहन का कुछ पता नहीं चला तो हम लोग रन्नौद पुलिस थाने में शिकायत करने गए। वहां जब हम लोगों ने अपनी पीड़ा बताई तो पुलिस ने दुत्कार कर भगा दिया। रन्नौद व उसके आसपास के गांवों में आदिवासी परिवारों की बेटियों को बेचने का यह खेल पिछले पंद्रह साल से चल रहा है। यहां से अब तक पचास से अधिक लड़कियों को ग्वालियर, पंजाब व दुबई में बेचा जा चुका है। मालूम हो, कि दो सप्ताह पूर्व ग्वालियर पुलिस के पास एक लड़की ने पहुंचकर पूरे मामले का खुलासा किया था। शुक्रवार को पुलिस ने मानव तस्करी के मुख्य आरोपी गुड्डा जाटव व उसकी पत्नी लज्जाबाई को दबोच लिया।
माढ़ा गणोशखेड़ा की लगभग 10 लड़कियां बेची जा चुकी हैं। सिंघारई, अम्हारा सहित आसपास के कई गांवों में गुड्डा जाटव का रैकेट फैला है। वह अपनी पत्नी लज्जा के साथ मिलकर गांव के किसी भी संभ्रांत व्यक्ति के खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाकर राजीनामा करने के एवज में मोटी राशि वसूल करता था। आसपास के गांव में गुड्डा व लज्जा का खौफ बना था और पुलिस में भी उसकी अच्छी पकड़ थी। -करतार सिंह यादव, सरपंच, सिंघारई

ऐसे करते हैं लड़कियों की तस्करी : सबसे पहले गैंग के सदस्य आदिवासियों को लड़की की अच्छी परवरिश का लालच देते हैं। यदि परिवार लालच में आ गया तो ठीक है वरना उसे पैसे का लालच देते हैं। फिर भी यदि वह नहीं माना तो लड़की को अगवा कर ले जाते हैं। बाद में जब फरियादी अपनी शिकायत लेकर पुलिस तक पहुंचता है तो उसकी सुनवाई नहीं होती है।शिकायत लेकर अफसरों के पास नहीं आए पीड़ित : पीड़ित पक्ष वरिष्ठ अधिकारियों के पास शिकायत लेकर नहीं आया। यदि वे हमसे शिकायत करते तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाती। हमारी जानकारी में कुछ भी नहीं था। आठ साल पुरानी घटना है तो हम जांच करेंगे। यदि पीड़ित पक्ष के पास कोई शिकायत है, तो हम उसकी भी तस्दीक करेंगे। - अमित सिंह, एएसपी, शिवपुरी

2 टिप्‍पणियां:

  1. यह झूठे मामले है... लोग लालच में अपनी लडकियां बेचकर अब आरोप लगा रहे हैं ... किसी का भी घर/रास्ते/बाजार से अपहरण नहीं हुआ हाँ ये सामाजिक मुद्दा है कि गरीबी के कारण ऐसा हो रहा है......

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  2. यह झूठे मामले है... लोग लालच में अपनी लडकियां बेचकर अब आरोप लगा रहे हैं ... किसी का भी घर/रास्ते/बाजार से अपहरण नहीं हुआ हाँ ये सामाजिक मुद्दा है कि गरीबी के कारण ऐसा हो रहा है......

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