कसाब को नागपुर में होगी फांसी!
नागपुर। मुंबई आंतकी हमले के आरोपी अजमल कसाब की फ ांसी की सजा पर 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट की मोहर लगने के बाद नागपुर की केन्द्रीय जेल में कसाब को फ ांसी पर लटकाने की प्रबल संभावना है। जिस राज्य में गुनाह होता है उसी राज्य में सजा दिए जाने की प्रथा के कारण कसाब को महाराष्ट्र में फांसी होना तय है।
महाराष्ट्र में पुणे की येरवदा जेल और नागपुर की केन्द्रीय जेल ही ऎसी जगह हैं, जहां पर फ ांसी दिए जाने की व्यवस्था है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबर है कि बेस्ट बेकरी कांड और ताजा बम विस्फ ोट के बाद आंतकी निशाने पर आए पुणे में कसाब को लटकाए जाने की संभावना कम ही है। ऎसी स्थिति मे कसाब को नागपुर में फ ांसी दिए जाने की प्रबल संभावना है। मुंबई हमले के बाद पकड़े गए कसाब को कुछ ही महीने बाद सुरक्षा की दृष्टि से मुंबई से नागपुर स्थानातंरित करने पर गंभीर विचार गृह मंत्रालय ने किया था। जिसके कारण नागपुर सेन्ट्रल जेल में कसाब को रखने के लिए बेहद सुरक्षित अंडानुमा सेल भी बनाई गई थी।
इन बातों से मिला बल
नागपुर केन्द्रीय जेल के उच्च सूत्रों के हवाले से खबर है कि फांसी पर लटकाने में लगने वाली विशेष किस्म की रस्सी को मंगवाना, कसाब के लिए तैयार किए गए अंडानुमा सेल की साफ -सफाई और गृह विभाग के अधिकारियों के सुरक्षा निरीक्षण से कसाब को नागपुर में फांसी दिए जाने की संभावना को बल मिला है। नागपुर की केन्द्रीय जेल में आखरी फांसी 1984 में और पुणे में आखरी फांसी 1995 मे दी गई थी। राज्य में फ ांसी की सजा प्राप्त कुल 50 अपराधी हैं। जिसमे से 21 अपराधी नागपुर केन्द्रीय जेल में और 28 पुणे के येरवदा जेल में हैं।
मुंबई की आर्थर रोड जेल में फ ांसी की सजा पाया कसाब अकेला कैदी है।
नागपुर। मुंबई आंतकी हमले के आरोपी अजमल कसाब की फ ांसी की सजा पर 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट की मोहर लगने के बाद नागपुर की केन्द्रीय जेल में कसाब को फ ांसी पर लटकाने की प्रबल संभावना है। जिस राज्य में गुनाह होता है उसी राज्य में सजा दिए जाने की प्रथा के कारण कसाब को महाराष्ट्र में फांसी होना तय है।
महाराष्ट्र में पुणे की येरवदा जेल और नागपुर की केन्द्रीय जेल ही ऎसी जगह हैं, जहां पर फ ांसी दिए जाने की व्यवस्था है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबर है कि बेस्ट बेकरी कांड और ताजा बम विस्फ ोट के बाद आंतकी निशाने पर आए पुणे में कसाब को लटकाए जाने की संभावना कम ही है। ऎसी स्थिति मे कसाब को नागपुर में फ ांसी दिए जाने की प्रबल संभावना है। मुंबई हमले के बाद पकड़े गए कसाब को कुछ ही महीने बाद सुरक्षा की दृष्टि से मुंबई से नागपुर स्थानातंरित करने पर गंभीर विचार गृह मंत्रालय ने किया था। जिसके कारण नागपुर सेन्ट्रल जेल में कसाब को रखने के लिए बेहद सुरक्षित अंडानुमा सेल भी बनाई गई थी।
इन बातों से मिला बल
नागपुर केन्द्रीय जेल के उच्च सूत्रों के हवाले से खबर है कि फांसी पर लटकाने में लगने वाली विशेष किस्म की रस्सी को मंगवाना, कसाब के लिए तैयार किए गए अंडानुमा सेल की साफ -सफाई और गृह विभाग के अधिकारियों के सुरक्षा निरीक्षण से कसाब को नागपुर में फांसी दिए जाने की संभावना को बल मिला है। नागपुर की केन्द्रीय जेल में आखरी फांसी 1984 में और पुणे में आखरी फांसी 1995 मे दी गई थी। राज्य में फ ांसी की सजा प्राप्त कुल 50 अपराधी हैं। जिसमे से 21 अपराधी नागपुर केन्द्रीय जेल में और 28 पुणे के येरवदा जेल में हैं।
मुंबई की आर्थर रोड जेल में फ ांसी की सजा पाया कसाब अकेला कैदी है।
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