शुक्रवार, 21 सितंबर 2012

परचा गणेश व चूंधी गणेश मंदिर में शहर के विख्यात भजन गायकों ने समां बांधा




गणेश मंदिरों में बही भजनों की सरिता



जैसलमेर  गणेश चतुर्थी के अवसर पर बुधवार रात्रि शहर के लगभग सभी गणेश मंदिरों में भजनों की सरिता प्रवाहित हुई। खासतौर पर परचा गणेश व चूंधी गणेश मंदिर में आकर्षक भजन संध्या सजी। दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने भजनों की सरिता में गोते लगाकर जमकर लुत्फ उठाया।

परचा गणेश मंदिर में विख्यात भजन गायक भरत व्यास के भजनों पर श्रद्धालु झूमने को मजबूर हो गए। उनकी सुमधुर आवाज को सुनने के लिए सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु देर रात तक जमे रहे। व्यास ने म्हारा माथा रा थे सिरमौर, थारी चर्चा है चारों ओर, प्रभु अवतारी महिला न्यारी और परचो भारी, चालो रे चालो रामदेवरा, कीर्तन की है रात, तेरे दर पर सिर झुकाया आदि भजन प्रस्तुत किए। इनके भजनों पर दर्शक भाव विभोर हो उठे।

इसी प्रकार भीम पणिया ने मेरा आपकी दया से और समय का पहिया चलता है की शानदार प्रस्तुति दी। पणिया के भजनों पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। भजन गायक गिरिराज पुरोहित ने गजानंद महाराज पधारो, गौरी पुत्र गणेश गजानंद आज पधारो कीर्तन में, रूणीचे रा धणिया, देना है तो दीजिए जनम जनम का साथ आदि भजन प्रस्तुत किए। इस दौरान सतीश पुरोहित ने मीठे रस सू भरियोड़ी राधा रानी लागे तथा राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा भजन प्रस्तुत किया।

चूंधी गणेश में भी आकर्षक भजन संध्या सजी: शहर से 13 किलोमीटर दूर चंूधी गणेश मंदिर में बुधवार की रात्रि दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां राजेन्द्र व्यास एंड पार्टी द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन गायक राजेन्द्र व्यास द्वारा म्हारे कीर्तन में रंग बरसाओ, चौथ की है रात, घोड़लियो आदि भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं का मंत्रमुग्ध कर दिया। भजन संध्या में प्रताप बाकोलिया, जितेन्द्र चंदरा, अनिल आचार्य एवं किशोर गोपा ने संगत दी। राजेन्द्र रंगा ने भी आकर्षक भजन प्रस्तुत किए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें