सभी को एकसूत्र में बांधने का प्रयास किया था सुदर्शन ने
बाड़मेर 'सुदर्शनजी मुसलमानों को राष्ट्रवादी बनाने व भारत में भारतीय चर्च के समर्थक थे। उन्होंने सर्वधर्म समभाव की भावना को बढ़ाते हुए सभी को एकसूत्र में बांधने का कार्य किया।' यह बात प्रज्ञा प्रवाह के क्षेत्रीय सह संयोजक गंगाविशन ने गुरुवार रात स्थानीय आदर्श विद्या मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरसंघचालक केसी सुदर्शन की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कही। कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। वहीं स्वयंसेवकों ने सुदर्शन के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
गंगाविशन ने कहा कि भारत वर्ष की विशेषता है कि हम लोग अपनी आत्मकथा नहीं लिखते। सुदर्शनजी संघ की पांचवीं पीढ़ी के कार्यकर्ता है। उन्होंने अखिल भारतीय बौद्धिक व शारीरिक प्रमुख रहते हुए संघ में कई नवीन पद्धति व विचारों को जन्म दिया। इस मौके पर जिला संघचालक पुखराज गुप्ता ने कहा कि सुदर्शनजी सरसंघचालक रहते हुए वर्ष 2005 में बाड़मेर आए थे और आदर्श स्टेडियम में उन्होंने सीमावर्ती हिंदू सम्मेलन में उद्बोधन देकर थार वासियों को अपनी वाणी से परिचय करवाया था। कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष छत्तूमल सिंधी ने भी अपने विचार रखे। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में संघ सहित भाजपा, भाजयुमो, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, विद्या भारती, सेवा भारती, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सहित संघ के कई विविध क्षेत्रों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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