टेट अनुतीर्ण बन गए शिक्षक!
बाड़मेर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के द्वितीय लेवल के प्रश्न पत्र में ऎसे अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का मामला प्रकाश में आया है जिन्होंने टेट भी उत्तीर्ण नहीं की। मामला सामने आने के बाद जिला परिषद ने एक अभ्यर्थी के दस्तावेज वापस मंगाते हुए उसकी नियुक्ति प्रक्रिया रोकने के निर्देश दिए।
जिला परिषद बाड़मेर को 55 प्रतिशत से कम अंक वालों को नियुक्ति नहीं देने के हाईकोर्ट के आदेशों की खबर होने के बावजूद "बैकडेट" में कार्रवाई कर नियुक्ति की। गुरूवार को ऎसे मामले प्रकाश में आए है। एक अभ्यर्थी के आरटेट में 55 अंक ही आए और नियुक्ति दे दी। यह अभ्यर्थी आरटेट उत्तीर्ण भी नहीं है। जबकि नियमानुसार 75 अंक होने चाहिए। एक अन्य मामले में 71 व दूसरे को 74 अंक पर नियुक्ति मिल गई। बाड़मेर पंचायत समिति में एक महिला अभ्यर्थी ओबीसी वर्ग से है। इसको एसबीसी विधवा वर्ग में मानते हुए नियुक्ति देने की शिकायत मिली।
बाड़मेर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के द्वितीय लेवल के प्रश्न पत्र में ऎसे अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का मामला प्रकाश में आया है जिन्होंने टेट भी उत्तीर्ण नहीं की। मामला सामने आने के बाद जिला परिषद ने एक अभ्यर्थी के दस्तावेज वापस मंगाते हुए उसकी नियुक्ति प्रक्रिया रोकने के निर्देश दिए।
जिला परिषद बाड़मेर को 55 प्रतिशत से कम अंक वालों को नियुक्ति नहीं देने के हाईकोर्ट के आदेशों की खबर होने के बावजूद "बैकडेट" में कार्रवाई कर नियुक्ति की। गुरूवार को ऎसे मामले प्रकाश में आए है। एक अभ्यर्थी के आरटेट में 55 अंक ही आए और नियुक्ति दे दी। यह अभ्यर्थी आरटेट उत्तीर्ण भी नहीं है। जबकि नियमानुसार 75 अंक होने चाहिए। एक अन्य मामले में 71 व दूसरे को 74 अंक पर नियुक्ति मिल गई। बाड़मेर पंचायत समिति में एक महिला अभ्यर्थी ओबीसी वर्ग से है। इसको एसबीसी विधवा वर्ग में मानते हुए नियुक्ति देने की शिकायत मिली।
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