ओलंपिक में भारत को तीसरा मैडल
लंदन। लंदन ओलंपिक में भारत को तीसरा पदक हासिल हुआ है। देश की स्टार बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल ने शनिवार को कांस्य पदक हासिल किया। बैडमिंटन में भारत को यह पहला पदक मिला है। कांस्य पदक के लिए साइना का चीन की खिलाड़ी वांग जिन से मुेकाबला हुआ लेकिन चीनी खिलाड़ी ने चोट के कारण मुकाबला बीच में ही छोड़ दिया। इससे साइना को वॉक ओवर मिल गया।
मालूम हो कि साइना शुक्रवार को सेमीफाइनल मुकाबले में हार गई थीं। चीन की और दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी यिहान वैंग ने साइना को लगातार दो सेटों में 21-13,21-13 से हराया। यिहान ने लगातार छठी बार साइना को हराया है। सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद साइना का गोल्ड जीतने का सपना टूट गया। साइना की जीत पर हरियाणा सरकार ने उन्हें एक करोड़ रूपए ईनाम में दिए जाने की घोषणा की है।
भारत का "टायसन" देवेन्द्रो क्वार्टरफाइनल में
भारत के टायसन बन चुके एल.देवेन्द्रो सिंह ने अपने मुक्कों की धमक से मंगोलिया के सेरदेंबा पुरेवदोज को लाइट फ्लाइवेट 49 किग्रा वर्ग में शनिवार को 16-11 से पीटकर लंदन ओलंपिक की मुक्केबाजी प्रतियोगिता के क्वार्टरफाइनल में स्थान बना लिया। देवेन्द्रो ने अपनी शानदार जीत से भारतीय खेमे में विकास कृष्ण का फैसला बदले जाने से फैली निराशा को दूर कर दिया। देवेन्द्रो क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं।
देवेन्द्रो से पहले बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता विजेन्दर सिंह 75 किग्रा मिडलवेट वर्ग में अंतिम आठ में पहुंच चुके हैं। मणिपुर के इम्फाल के 20 वर्षीय देवेन्द्रो ने पहला राउंड 4-3 से, दूसरा राउंड 4-2 से और तीसरा राउंड 8-6 से जीतकर मुकाबला 16-11 के बडे अंतर से समाप्त कर दिया। अपना पहला राउंड नाकआउट कर जीतने वाले देवेन्द्रो ने यह सिलसिला प्रीक्वार्टरफाइनल में भी बरकरार रखा और अपने जोरदार प्रहारों से मंगोलियाई मुक्केबाज को हिलाकर रख दिया।
कृष्णा को फाइनल की योग्यता
कृष्णा पूनिया ने ओलम्पिक खेलों की डिस्कस थ्रो की स्पर्द्धा में फाइनल की योग्यता हासिल कर ली। शुक्रवार की देर रात हुए मुकाबले में पूनिया ने 63.54 मीटर के साथ कामयाबी हासिल की। फाइनल शनिवार रात को होगा।
लगातार तीसरा मैच हारी भारतीय हॉकी टीम
भारतीय हॉकी टीम गु्रप-"बी" के अपने तीसरे लीग मुकाबले में पूर्व चैम्पियन जर्मनी से 2-5 से हार गई। जर्मनी की यह लगातार तीसरी जीत है जबकि भारत की यह लगातार तीसरी हार है। जर्मनी की ओर से फ्लोरियन फुच ने मैच के सातवें, 16वें और 37वें मिनट में तीन गोल किए जबकि ओलिवर कोर्न ने मैच के 24वें मिनट में गोल किया। क्रिस्टोफर वेस्ले ने मैच के 33वें मिनट में गोल किया। भारत की ओर से रामचंद्र रघुनाथ ने 14वें और तुषार खांडेकर ने मैच के 62वें मिनट में गोल किए। भारतीय टीम पदक की होड़ से बाहर हो गई है। भारत को लीग में अब भी दक्षिण कोरिया और बेल्जियम के साथ खेलना है।
क्वालीफाई नहीं कर सकीं मयूखा
भारत की महिला एथलीट मयूखा जॉनी तिहरी कूद स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं। इस प्रतियोगिता के क्वालीफाइंग दौर में मयूखा पहले प्रयास में 13.77 मीटर की छलांग लगा सकीं, जो यहां उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
तैराक गगन ने किया निराश
भारत के तैराक उल्लालमथ गगन 1500 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके। गगन हीट में ही बाहर हो गए। वह छह मिनट 31.14 सेकेंड समय के साथ हीट1 में अंतिम स्थान पर रहे। उल्लेखनीय है कि ओलम्पिक में भारत की ओर से हिस्सा लेने वाले गगन एकमात्र तैराक थे।
स्वर्ण सिंह 16वें स्थान पर रहे
भारतीय नाविक स्वर्ण सिंह नौकायन प्रतियोगिता के एकल स्कल्स स्पर्धा में 16वें स्थान पर रहे। क्वालीफिकेशन गु्रप-"सी" फाइनल में स्वर्ण सिंह सात मिनट 29.66 सेकेंड समय के साथ चौथे स्थान पर रहे। संदीप कुमार और मनजीत सिंह लाइटवेट युगल स्कल्स स्पर्धा के फाइनल में शनिवार को उतरेंगे। संदीप और मनजीत ने अंतिम गु्रप-डी से फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। दोनों भारतीय खिलाड़ी 19वें और 20वें स्थान के लिए संघर्ष करेंगे।
करमाकर कांस्य से चूके, नारंग क्वालीफाइंग में ही हारे
निशानेबाज जयदीप जॉयदीप करमाकर पुरूषों की 50 मीटर प्रोन रायफल स्पर्धा के फाइनल में चौथे स्थान पर रहे। करमाकर से पदक की उम्मीद थी लेकिन वह स्लोवेनिया के राजमंड देबेविक से बहुत कम अंतर से पिछड़कर कांस्य से चूक गए। करमाकर ने 50 निशानेबाजों के क्वालीफाइंग दौर में 595 अंक हासिल किए थे और संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर रहे थे। फाइनल में करमाकर ने 10.1, 10.6, 10.7, 10.5, 10.7, 10.2, 10.0, 10.2, 10.7 और 10.4 अंकों के साथ कुल 104.1 अंक जुटाए। 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा में भारत को कांस्य दिलाने वाले गगन नारंग क्वालीफाइंग में 593 अंक ही हासिल कर सके। वह 50 निशानेबाजों के बीच 18वें स्थान पर रहे।
फाइनल में जगह नहीं बना सके ओमप्रकाश
ओमप्रकाश सिंह पुरूषों की गोलाफेंक प्रतियोगिता के फाइनल में जगह नहीं बना सके। ओमप्रकाश ने क्वालीफाइंग दौर में 19.86 मीटर गोला फेंका और ग्रुप बी में शामिल 18 खिलाडियों के बीच 10वें स्थान पर रहे।
लंदन। लंदन ओलंपिक में भारत को तीसरा पदक हासिल हुआ है। देश की स्टार बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल ने शनिवार को कांस्य पदक हासिल किया। बैडमिंटन में भारत को यह पहला पदक मिला है। कांस्य पदक के लिए साइना का चीन की खिलाड़ी वांग जिन से मुेकाबला हुआ लेकिन चीनी खिलाड़ी ने चोट के कारण मुकाबला बीच में ही छोड़ दिया। इससे साइना को वॉक ओवर मिल गया।
मालूम हो कि साइना शुक्रवार को सेमीफाइनल मुकाबले में हार गई थीं। चीन की और दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी यिहान वैंग ने साइना को लगातार दो सेटों में 21-13,21-13 से हराया। यिहान ने लगातार छठी बार साइना को हराया है। सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद साइना का गोल्ड जीतने का सपना टूट गया। साइना की जीत पर हरियाणा सरकार ने उन्हें एक करोड़ रूपए ईनाम में दिए जाने की घोषणा की है।
भारत का "टायसन" देवेन्द्रो क्वार्टरफाइनल में
भारत के टायसन बन चुके एल.देवेन्द्रो सिंह ने अपने मुक्कों की धमक से मंगोलिया के सेरदेंबा पुरेवदोज को लाइट फ्लाइवेट 49 किग्रा वर्ग में शनिवार को 16-11 से पीटकर लंदन ओलंपिक की मुक्केबाजी प्रतियोगिता के क्वार्टरफाइनल में स्थान बना लिया। देवेन्द्रो ने अपनी शानदार जीत से भारतीय खेमे में विकास कृष्ण का फैसला बदले जाने से फैली निराशा को दूर कर दिया। देवेन्द्रो क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं।
देवेन्द्रो से पहले बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता विजेन्दर सिंह 75 किग्रा मिडलवेट वर्ग में अंतिम आठ में पहुंच चुके हैं। मणिपुर के इम्फाल के 20 वर्षीय देवेन्द्रो ने पहला राउंड 4-3 से, दूसरा राउंड 4-2 से और तीसरा राउंड 8-6 से जीतकर मुकाबला 16-11 के बडे अंतर से समाप्त कर दिया। अपना पहला राउंड नाकआउट कर जीतने वाले देवेन्द्रो ने यह सिलसिला प्रीक्वार्टरफाइनल में भी बरकरार रखा और अपने जोरदार प्रहारों से मंगोलियाई मुक्केबाज को हिलाकर रख दिया।
कृष्णा को फाइनल की योग्यता
कृष्णा पूनिया ने ओलम्पिक खेलों की डिस्कस थ्रो की स्पर्द्धा में फाइनल की योग्यता हासिल कर ली। शुक्रवार की देर रात हुए मुकाबले में पूनिया ने 63.54 मीटर के साथ कामयाबी हासिल की। फाइनल शनिवार रात को होगा।
लगातार तीसरा मैच हारी भारतीय हॉकी टीम
भारतीय हॉकी टीम गु्रप-"बी" के अपने तीसरे लीग मुकाबले में पूर्व चैम्पियन जर्मनी से 2-5 से हार गई। जर्मनी की यह लगातार तीसरी जीत है जबकि भारत की यह लगातार तीसरी हार है। जर्मनी की ओर से फ्लोरियन फुच ने मैच के सातवें, 16वें और 37वें मिनट में तीन गोल किए जबकि ओलिवर कोर्न ने मैच के 24वें मिनट में गोल किया। क्रिस्टोफर वेस्ले ने मैच के 33वें मिनट में गोल किया। भारत की ओर से रामचंद्र रघुनाथ ने 14वें और तुषार खांडेकर ने मैच के 62वें मिनट में गोल किए। भारतीय टीम पदक की होड़ से बाहर हो गई है। भारत को लीग में अब भी दक्षिण कोरिया और बेल्जियम के साथ खेलना है।
क्वालीफाई नहीं कर सकीं मयूखा
भारत की महिला एथलीट मयूखा जॉनी तिहरी कूद स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं। इस प्रतियोगिता के क्वालीफाइंग दौर में मयूखा पहले प्रयास में 13.77 मीटर की छलांग लगा सकीं, जो यहां उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
तैराक गगन ने किया निराश
भारत के तैराक उल्लालमथ गगन 1500 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके। गगन हीट में ही बाहर हो गए। वह छह मिनट 31.14 सेकेंड समय के साथ हीट1 में अंतिम स्थान पर रहे। उल्लेखनीय है कि ओलम्पिक में भारत की ओर से हिस्सा लेने वाले गगन एकमात्र तैराक थे।
स्वर्ण सिंह 16वें स्थान पर रहे
भारतीय नाविक स्वर्ण सिंह नौकायन प्रतियोगिता के एकल स्कल्स स्पर्धा में 16वें स्थान पर रहे। क्वालीफिकेशन गु्रप-"सी" फाइनल में स्वर्ण सिंह सात मिनट 29.66 सेकेंड समय के साथ चौथे स्थान पर रहे। संदीप कुमार और मनजीत सिंह लाइटवेट युगल स्कल्स स्पर्धा के फाइनल में शनिवार को उतरेंगे। संदीप और मनजीत ने अंतिम गु्रप-डी से फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। दोनों भारतीय खिलाड़ी 19वें और 20वें स्थान के लिए संघर्ष करेंगे।
करमाकर कांस्य से चूके, नारंग क्वालीफाइंग में ही हारे
निशानेबाज जयदीप जॉयदीप करमाकर पुरूषों की 50 मीटर प्रोन रायफल स्पर्धा के फाइनल में चौथे स्थान पर रहे। करमाकर से पदक की उम्मीद थी लेकिन वह स्लोवेनिया के राजमंड देबेविक से बहुत कम अंतर से पिछड़कर कांस्य से चूक गए। करमाकर ने 50 निशानेबाजों के क्वालीफाइंग दौर में 595 अंक हासिल किए थे और संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर रहे थे। फाइनल में करमाकर ने 10.1, 10.6, 10.7, 10.5, 10.7, 10.2, 10.0, 10.2, 10.7 और 10.4 अंकों के साथ कुल 104.1 अंक जुटाए। 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा में भारत को कांस्य दिलाने वाले गगन नारंग क्वालीफाइंग में 593 अंक ही हासिल कर सके। वह 50 निशानेबाजों के बीच 18वें स्थान पर रहे।
फाइनल में जगह नहीं बना सके ओमप्रकाश
ओमप्रकाश सिंह पुरूषों की गोलाफेंक प्रतियोगिता के फाइनल में जगह नहीं बना सके। ओमप्रकाश ने क्वालीफाइंग दौर में 19.86 मीटर गोला फेंका और ग्रुप बी में शामिल 18 खिलाडियों के बीच 10वें स्थान पर रहे।
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