शुक्रवार, 24 अगस्त 2012

आरएसएस यानि राष्ट्रीय स्वच्छ शौचालयः दिग्विजय


आरएसएस का मजाक बनाते हुए दिग्विजय सिंह ने इसे राष्ट्रीय स्वच्छ शौचालय कहा है। ट्विटर पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि गांवों में 70 फीसदी लोग शौच के लिए खेतों में जाते हैं। हमें ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक शौचालयों की जरूरत है जिन्हें रूरल स्वदेशी संडास (आरएसएस) कहा जा सकता है। क्या श्री जयराम रमेश रूरल स्वदेशी संडास के बारे में की गई मेरी पहली ट्वीट का संज्ञान लेंगे? उन लोगों से माफी चाहता हूं जिन्हें इसके पीछे भी कोई दूसरा मतलब दिख रहा है। हां मैं मानता हूं कि हमें शहरी क्षेत्रों में भी स्वच्छ शौचालयों की जरूरत है इसलिए इसका नाम राष्ट्रीय स्वच्छ शौचालय होना चाहिए। मेरा कोई और मतलब नहीं है। दिग्विजय सिंह ने आगे ट्वीट किया, 'जिन्हें इसका कोई और मतलब दिख रहा है उनकी सोच ही गंदी है।'

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