शनिवार, 4 अगस्त 2012

अन्नाजी चार व्यक्तियों से देश में बदलाव की बयार संभव नहीं

एक खुली चिट्ठी अन्ना हजारे के नाम
अन्नाजी चार व्यक्तियों से देश में बदलाव की बयार संभव नहीं

अन्ना हजारे की टीम ने आखिरकार वो फैसला किया ले लिया जिसके लिए अनसन का साल भर से बखेड़ा खड़ा किया था .अन्नाजी राजनीति में ही आना था तो डेढ़ साल का वक़्त क्यों जाया किया .आपने इस वक़्त में केवल अनसन पर ही ध्यान दिया संगठन पर नहीं .आज आप राजनीति दल बनाने की बात करते हें नै पार्टी में भी आपको ढांचा खडा करने के लिए इमानदार आदमियों की जरुरत रहेगी ऐसे आदमी आपको मिलेंगे कान्हा .मुझे नहीं लगता की आपको सौ फीसदी इमानदार इतनी बड़ी संख्या में लोग आपको नहीं मिल सकते कांग्रेस और भाजपा या अन्य डालो से टूटकर लोग आपके साथ आयेंगे आप उन्हें लेंगे .यह सब जब होगा आपका मूल उदेश्य ख़त्म हो जाएगा ,राजनीती आपके बस की नहीं आपके साथ शायद भ्रम में हें मुझे नहीं लगता आपके अलावा इनमे से कोई भी लोक सभा का चुनाव जीत पायेगा .आप जानते हें चुनावों विशेषकर लोक सभा चुनाव लड़ने के लिए कमसे कम चार पांच करोड़ रुपये चाहिए यकीनन इमानदार व्यक्ति के पास इतना पैसा संभव नहीं ,फिर आप लोग भ्रष्टाचारियो से चन्दा या आर्थिक सहयोग मांगेंगे .ऐसा हुआ तो जनता आपका साथ क्यों दे .हमने आपमें एक ऐसी शख्शियत की छवि देखि जो जनता के हक़ की लडाई लादे मगर आपके साथी कभी गुटबाजी और बयानबाजी से ऊपर नहीं उठे .मेरी राय हें कम भरष्ट राजनेतिक दल को समर्थन दो सरकार के साथ मिल कर जनता का सपना पूरा करो .


चन्दन सिंह भाटी बाड़मेर राजस्थान

1 टिप्पणी:

  1. Osho kahte the ki ye Desh kabhi Rashtra nahi rha ye sirf vykatiwadi rha h .....yaha har koi apna papad belna chahta h .... ..usme ab ak ginti aur .....dekhte h papad kab sukhta h :-)

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