ग्रामीण पुलिस लाइन में सिलेंडर फटा
जयपुर। ब्रह्मपुरी थाना इलाका के ग्रामीण पुलिस लाइन स्थित तीसरी मंजिल पर पुलिस क्वाटर्स में शुक्रवार सुबह सिलेंडर फटने से अफरा-तफरी मच गई। पुलिसकर्मी की हिम्मत के चलते बड़ा हादसा टल गया। ग्रामीण पुलिस लाइन स्थित पुलिस क्वाटर्स की तीसरी मंजिल स्थित महेश कुमार के क्वाटर नंबर ए-6 में भरे सिलेंडर में आग लग गई। आग ने कुछ ही देर में आसपास के हिस्सों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की सूचना जैसे ही आस-पड़ोस के आवासों में रहने वालों को हुई, तो अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
आग को बढ़ता देख कांस्टेबल महेश ने जलते हुए सिलेंडर को घर से बाहर निकाल लिया और दरवाजे के पास रख दिया। करीब आधा घंटे तक सिलेेंडर भभकते हुए जोरदार धमाके के साथ फट गया। हालांकि, आसपास के क्षेत्र में लगी आग कुछ ही देर में शांत हो गई। इसके बाद मौके पर पहुंची दमकल ने पानी डाल कर बाकी बची आग को काबू किया। मकान में महेश भाई, पत्नी व बच्चों के साथ रहता था।
सिलेंडर बदलते समय हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, पुलिस क्वाटर्स में तीसरी मंजिल पर महेश कांस्टेबल अपने भाई, पत्नी व बच्चों के साथ रहता था। महेश के घर का सिलेंडर शुक्रवार सुबह खाली हो गया। भरा सिलेंडर लगा कर जैसे ही गैस ऑन की गई, रेगुलेटर से सिलेंडर को जोड़ने वाली पाइप में पहले आग लगी, जिसने क्षण भर में ही सिलेंडर को भी भभका दिया।
कांस्टेबल ने दिखाई हिम्मत
सिलेंडर में आग लगी देख बगैर समय गंवाए कांस्टेबल महेश ने झपट कर नली समेत सिलेंडर खींचा और उठा कर दौड़ता हुआ घर के बाहर निकल आया। उसने सिलेंडर वहीं रख दिया, जो भभक कर जलने लगा। लोगों ने यह नजारा देखा, तो सहम उठे। करीब 25-30 मिनट तक भभकने के बाद अचानक सिलेंडर जोरदार धमाके के साथ फट गया। सिलेंडर विस्फोट के करीब 15-20 मिनट बाद दमकल दस्ता पहुंचा, जिसने आग बुझाने का काम शुरू किया।
जयपुर। ब्रह्मपुरी थाना इलाका के ग्रामीण पुलिस लाइन स्थित तीसरी मंजिल पर पुलिस क्वाटर्स में शुक्रवार सुबह सिलेंडर फटने से अफरा-तफरी मच गई। पुलिसकर्मी की हिम्मत के चलते बड़ा हादसा टल गया। ग्रामीण पुलिस लाइन स्थित पुलिस क्वाटर्स की तीसरी मंजिल स्थित महेश कुमार के क्वाटर नंबर ए-6 में भरे सिलेंडर में आग लग गई। आग ने कुछ ही देर में आसपास के हिस्सों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की सूचना जैसे ही आस-पड़ोस के आवासों में रहने वालों को हुई, तो अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
आग को बढ़ता देख कांस्टेबल महेश ने जलते हुए सिलेंडर को घर से बाहर निकाल लिया और दरवाजे के पास रख दिया। करीब आधा घंटे तक सिलेेंडर भभकते हुए जोरदार धमाके के साथ फट गया। हालांकि, आसपास के क्षेत्र में लगी आग कुछ ही देर में शांत हो गई। इसके बाद मौके पर पहुंची दमकल ने पानी डाल कर बाकी बची आग को काबू किया। मकान में महेश भाई, पत्नी व बच्चों के साथ रहता था।
सिलेंडर बदलते समय हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, पुलिस क्वाटर्स में तीसरी मंजिल पर महेश कांस्टेबल अपने भाई, पत्नी व बच्चों के साथ रहता था। महेश के घर का सिलेंडर शुक्रवार सुबह खाली हो गया। भरा सिलेंडर लगा कर जैसे ही गैस ऑन की गई, रेगुलेटर से सिलेंडर को जोड़ने वाली पाइप में पहले आग लगी, जिसने क्षण भर में ही सिलेंडर को भी भभका दिया।
कांस्टेबल ने दिखाई हिम्मत
सिलेंडर में आग लगी देख बगैर समय गंवाए कांस्टेबल महेश ने झपट कर नली समेत सिलेंडर खींचा और उठा कर दौड़ता हुआ घर के बाहर निकल आया। उसने सिलेंडर वहीं रख दिया, जो भभक कर जलने लगा। लोगों ने यह नजारा देखा, तो सहम उठे। करीब 25-30 मिनट तक भभकने के बाद अचानक सिलेंडर जोरदार धमाके के साथ फट गया। सिलेंडर विस्फोट के करीब 15-20 मिनट बाद दमकल दस्ता पहुंचा, जिसने आग बुझाने का काम शुरू किया।
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