पब्लिक से प्रत्यक्ष संवाद करेंगे राष्ट्रपति
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक ऎतिहासिक कदम उठाते हुए शुक्रवार को राष्ट्रपति की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए देश के नागरिकों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर लिया। राष्ट्रपति भवन की देर शाम यहां जारी एक विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि भारत के राष्ट्रपति की नवीनीकृत वेबसाइट में नागरिकों को अपनी शिकायत एवं सुझाव देने के प्रबंध के साथ एक हेल्पलाइन वेबपेज जोड़ा गया है। इसके अलावा राष्ट्रपति फेसबुक और यूटयूब जैसी सोशल नेटवìकग साइटों से भी जुड़ गए हैं।
राष्ट्रपति की नवीनीकृत वेबसाइट में एक वीडियो गैलरी भी शुरू की गई हैं जिसमें राष्ट्रपति से संबंधित वीडियो सामग्री उपलब्ध रहेगी। आम नागरिक अपनी शिकायत और सुझाव के लिए हेल्पलाइन पोर्टल के विकल्प पर क्लिक करेंगे और एक अलग वेबपेज खुल जाएगा जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने नाम, पते, संपर्क आदि के ब्योरे के साथ अपनी बात दर्ज करा सकता है जिसका एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा।
शिकायतकर्ता या सुझाव देने वाला उस रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए अपने सुझाव या शिकायत के निस्तारण की स्थिति पता कर सकता है। वेबसाइट का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रपति की सचिव ओमिता पाल ने आशा व्यक्त की कि इससे भारत के राष्ट्रपति देश के नागरिकों के अधिक करीब आ सकेंगे। मुखर्जी ऎसे पहले राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने आम नागरिकों से प्रत्यक्ष संवाद कायम किया है।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक ऎतिहासिक कदम उठाते हुए शुक्रवार को राष्ट्रपति की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए देश के नागरिकों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर लिया। राष्ट्रपति भवन की देर शाम यहां जारी एक विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि भारत के राष्ट्रपति की नवीनीकृत वेबसाइट में नागरिकों को अपनी शिकायत एवं सुझाव देने के प्रबंध के साथ एक हेल्पलाइन वेबपेज जोड़ा गया है। इसके अलावा राष्ट्रपति फेसबुक और यूटयूब जैसी सोशल नेटवìकग साइटों से भी जुड़ गए हैं।
राष्ट्रपति की नवीनीकृत वेबसाइट में एक वीडियो गैलरी भी शुरू की गई हैं जिसमें राष्ट्रपति से संबंधित वीडियो सामग्री उपलब्ध रहेगी। आम नागरिक अपनी शिकायत और सुझाव के लिए हेल्पलाइन पोर्टल के विकल्प पर क्लिक करेंगे और एक अलग वेबपेज खुल जाएगा जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने नाम, पते, संपर्क आदि के ब्योरे के साथ अपनी बात दर्ज करा सकता है जिसका एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा।
शिकायतकर्ता या सुझाव देने वाला उस रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए अपने सुझाव या शिकायत के निस्तारण की स्थिति पता कर सकता है। वेबसाइट का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रपति की सचिव ओमिता पाल ने आशा व्यक्त की कि इससे भारत के राष्ट्रपति देश के नागरिकों के अधिक करीब आ सकेंगे। मुखर्जी ऎसे पहले राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने आम नागरिकों से प्रत्यक्ष संवाद कायम किया है।
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