नई दिल्ली।विदेशों में मौजूद काले धन को भारत में लाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ बाबा रामदेव का आंदोलन आज से दिल्ली के रामलीला मैदान में शुरू हो रहा है। बाबा रामदेव आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए आज सुबह अहमदाबाद से दिल्ली पहुंच चुके हैं। नई दिल्ली एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि वह देश के जल, जंगल और जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। रामदेव के मुताबिक इन्हें लूटा जा रहा है। योग गुरु ने कहा कि वह भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। अन्ना हजारे के न आने पर बाबा रामदेव ने कहा कि उनके साथ देश और उसकी जनता है। एयरपोर्ट से योग गुरु राजघाट के लिए रवाना हो चुके हैं। वहां से शहीद पार्क होते हुए रामलीला मैदान पहुंचेंगे। बाबा रामदेव ने अभी साफ नहीं किया है कि वे अनशन करेंगे या फिर धरना प्रदर्शन। उन्होंने कहा है कि इस बारे में फैसला रामलीला मैदान पहुंचकर लिया जाएगा। इस बीच, उनके समर्थक बड़ी तादाद में रामलीला मैदान पहुंच चुके हैं।
दूसरी तरफ, करीब 14 महीने बाद एक बार फिर बाबा रामदेव के आंदोलन के लिए रामलीला मैदान सजधज कर तैयार है। काले धन की वापसी के लिए गुरुवार से शुरू होने वाले आंदोलन के लिए मैदान में एक लाख वर्गमीटर का वाटरप्रूफ पंडाल खड़ा किया गया है। पिछले साल जून में लगे पंडाल की तुलना में इस बार पंडाल में सादगी नजर आती है। मैदान में समर्थकों के प्रवेश के लिए छह द्वार बनाए गए हैं, जिनमें से पांच चालू रहेंगे और एक आपातकाल के लिए सुरक्षित रहेगा। हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए मैदान में 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मैदान में तीस हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
बुधवार दोपहर आई बारिश की वजह से मैदान की खाली जमीन पर जमा पानी व कीचड़ बाबा के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। हालांकि नॉर्थ एमसीडी के कर्मचारियों को मैदान में जमा पानी को बाहर निकालने के लिए वाटर पंप का इस्तेमाल कर रहे हैं। मैदान में निगम की ओर से साफ-सफाई रखने के लिए50 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं।
* 25 अगस्त तक चलेगा आंदोलन, 30 अगस्त तक की मिली है अनुमति * एक लाख वर्गमीटर कवर एरिया * 30 हजार लोग लेंगे भाग लेंगे * 300 स्नान घर * 500 शौचालय * 30 डॉक्टरों की टीम रहेगी तैनात
बाबा रामदेव के आंदोलन के लिए रामलीला मैदान में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। बुधवार को मैदान में मीडिया की टीम भी अपनी तैयारियां करने में जुटी रही।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें