मुंबई. अंडरवर्ल्ड डॉन से नेता बने अरुण गवली को मुंबई की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। उसे शिवसेना नेता की हत्या के केस में दोषी करार दिया जा चुका था। अदालत ने 28 अगस्त को इस केस पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। शुक्रवार को कोर्ट ने गवली के साथ-साथ 9 और लोगों को भी उम्रकैद की सजा सुनाई। गवली पर 7 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
मुंबई की मोका अदालत में 28 अगस्त को इस केस पर बहस पूरी कर ली गई थी. बहस के दौरान गवली की ओर से दी गई सफाई में कहा गया है कि 2007 के बीएमसी के चुनावों में शिवसेना को समर्थन करने के लिए उनकी पार्टी अखिल भारतीय सेना के चार पार्षदों को काफी पैसे मिले थे। ऐसे में वह 30 लाख रुपये के लिए जामसांडेकर की हत्या क्यों करेगा? लेकिन उसकी यह दलील नहीं मानी गई और 24 अगस्त को उसे दोषी करार दिया गया था। शिवसेना नेता और निगम पार्षद कमलाकर जामसांडेकर की हत्या मार्च 2007 में हुई थी।
गवली पर इससे पहले भी हत्या, हत्या की कोशिश, जबरन उगाही और अपहरण के कई आपराधिक मुकदमे चले, लेकिन पुलिस उसे अदालत के सामने दोषी ठहराने में हर बार नाकाम रही है। यह पहला मौका है जब अरुण गवली किसी केस में सजा काटेगा।
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