नई दिल्ली।। बढ़ती महंगाई और करप्शन ने यूपीए सरकार की हालत पतली कर दी है और उसकी पॉप्युलैरिटी का ग्राफ दिन-ब-दिन गिर रहा है। लेकिन, उसकी लोकप्रियता में इस कदर गिरावट आएगी, शायद इसका अंदाजा किसी को नहीं था। हाल में कराए गए सर्वे इंडिया टुडे-नेल्सन 'मूड ऑफ द नेशन पोल 2012' के मुताबिक यूपीए की पॉप्युलैरिटी में भारी कमी आई है और यूपीए पर एनडीए बढ़त बनाता दिख रहा है। अगर एनडीए ने इसी तरह अपनी बढ़त जारी रखी, तो 2014 में उसकी सरकार बन सकती है।
इस सर्वे के मुताबिक, अगर आज देश में आम चुनाव हो, तो यूपीए 171-181 सीट के बीच सिमट कर रह जाएगा। गौरतलब है कि 2009 के आम चुनाव में यूपीए को 259 सीटें मिली थीं। इस सर्वे में एनडीए को काफी फायदा होता दिख रहा है। एनडीए को 195 से 205 सीटें मिल सकती हैं। पिछले 3 साल पहली बार एनडीए ने यूपीए से इतनी बढ़त ली है। हालांकि, आम चुनाव में अब भी 2 साल का वक्त है और बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस बढ़त को बनाए रखना है। एनडीए का एक और बड़ा चैलेंज पीएम पद के उम्मीदवार का चुनाव भी है।
सर्वे में लोगों ने यूपीए की लोकप्रियता में आई कमी के लिए बढ़ती महंगाई को जिम्मेदार ठहराया है। करप्शन के मुद्दे ने भी यूपीए की पॉप्युलैरिटी को काफी हद तक नुकसान पहुंचाया है। 53 फीसदी लोग महंगाई को जिम्मेदार मानते हैं, जो 28 फीसदी ने कहा कि इसके लिए करप्शन जिम्मेदार हैभले ही एनडीए में पीएम पद के लिए मोदी और नीतीश में जंग चल रही है, पर सर्वे से साफ है कि पीएम की रेस में नरेंद्र मोदी बिहार के सीएम नीतीश कुमार से काफी आगे हैं। यही नहीं, सर्वे के मुताबिक मोदी देश के सबसे बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं। 24 फीसदी लोगों ने कहा है कि मोदी सबसे बेहतर पीएम साबित होंगे। 10 फीसदी लोगों ने कहा है कि राहुल गांधी बेस्ट पीएम साबित होंगे। आडवाणी को 8 फीसदी और नीतीश कुमार को 2 फीसदी लोगों ने माना है कि वे बेहतर पीएम साबित होंगे। मनमोहन सिंह के पक्ष में 6 फीसदी लोगों ने वोट दिया है। हालांकि 42 फीसदी लोगों का कहना है कि कांग्रेस को 2014 में राहुल को पीएम कैंडिडेट घोषित कर देना चाहिए और उनकी अगुवाई में ही चुनाव में जाना चाहिए जबकि 19 फीसदी का मानना है कि सोनिया को खुद ही पीएम का कैंडिडेट घोषित कर देना चाहिए।
मौजूदा वक्त में देश की समस्याओं को सुलझाने का माद्दा किस पार्टी में अधिक है? 33 फीसदी लोग मानते हैं कि बीजेपी बेहतर तरीके से देश की समस्याओं को सुलझा सकती है तो वहीं 24 फीसदी लोगों का कहना है कि देश की समस्याओं को सुलझाने का माद्दा सिर्फ कांग्रेस में ही है। 34 फीसदी लोगों का कहना है कि बीजेपी ही देश में गठबंधन की स्थायी सरकार चला सकती है तो वहीं 25 फीसदी लोगों का कहना है कि इस मामले में कांग्रेस बेहतर है।
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