शनिवार, 4 अगस्त 2012

सोनिया ने नकारा बाल विवाह

सोनिया ने नकारा बाल विवाह 
बाड़मेर बालोतरा। अब अशिक्षा का अंधेरा मिटने लगा है। घर व खेत में ही काम कर बड़ी होने पर माता-पिता की इच्छा से ब्याही जाने वाली थार की बेटियां अब शिक्षित होकर इस मिथक को तोड़ने लगी है। शुक्रवार को एक ऎसी ही शिक्षित किशोरी ने बाल विवाह के फैसले को ठुकराते हुए पुलिस, प्रशासन से जातीय पंचों के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग की। गुड़ामालानी क्षेत्र के गांव सोढ़ो की ढाणी रतनपुरा निवासी सोनिया पुत्री हेमाराम व उसके भाई भंवरलाल ने शुक्रवार को पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय में पुलिस उप अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।

इसमें उसने बताया कि दो वर्ष की उम्र में उसके ही गांव के हीराराम पुत्र दमाराम के साथ उसकी शादी की गई थी। इस दौरान उसके भाई का भी विवाह उसके हीराराम की बहिन हरखूदेवी के साथ किया गया था। बाल्यावस्था में परिवारजनों द्वारा उनके किए गए इस विवाह के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वर्तमान में वह अपने भाई भंवरलाल के साथ बीकानेर में पढ़ रही है।

उसका भाई भी बीकानेर में इंजीनियरिंग कर रहा है। उसके व उसके भाई द्वारा नाबालिग अवस्था में की गई शादी को मानने से इंकार करने पर समाज वाले उनसे नाराज है। पांच दिन पहले उसके कथित ससुरालवालों व समाज के पंच प्रतिनिधियों ने उसके घर में पंचायती कर परिवारजनों पर मुकलावा करने के लिए दबाव डाला। ऎसा नहीं करने पर समाज से बहिष्कृत व हुक्का पानी बंद करने व जान से मारने की धमकी दी।

इस पर दोनों भाई बहिनों द्वारा मुकलावा करने का इंकार करने पर पंच नाराज हो गए। उन्होंने अपहरण कर मुकलावा करने की धमकी दी। उन्होने अन्य कई बातों का जिक्र करते हुए सुरक्षा उपलब्ध करवाने व मुलजिमों को पाबंद करने की मांग की है।

कार्रवाई के निर्देश दिए है : किशोरी अपने भाई के साथ आज कार्यालय में उपस्थित हुई थी। उसने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए सुरक्षा उपलब्ध करवाने व दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। मामला गुड़ामालानी क्षेत्र थाना का होने पर इस संबंध में वहां के पुलिस अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए। इस संबंध मे कानून सम्मत उचित कार्यवाही की जाएगी।
-रामेश्वरलाल मीणा, डिप्टी, बालोतरा

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