गुरुवार, 9 अगस्त 2012

पाठ्यक्रम से विवादित अंशो को निकालने की मांग

मीरा बाई के खिलाफ टिप्पणियों को लेकर दिया ज्ञापन
पाठ्यक्रम से विवादित अंशो को निकालने की मांग

बाड़मेर राजस्थानी भक्ति साहित्य की पुरोधा मीरा बाई के बारे में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की इतिहास की किताब में मीरा के जीवन के बारे में कथित अशोभनीय टिप्पणी के खिलाफ अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने गुरूवार को राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया .। समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की भक्त शिरोमणि मीरा बाई के बारे में राजस्थान के छात्रो को गलत तथा भ्रामक जानकारियॉ पाठ्यक्रम के माध्यम से दी जा रही हैं। मेड़ता सिटी 'राणा जी मेवाड़ी म्हारो कांई करसी, म्हैं तो गोबिंद रा गुण गास्यां...' जैसे कई पद गाकर विश्व में अमर प्रेम की मिसाल कायम करने वाली भक्त शिरोमणि मीराबाई का नाम प्रेम और भक्ति का पर्याय बना हुआ है। लेकिन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की इतिहास की किताब में मीरा के जीवन के बारे में कथित अशोभनीय टिप्पणी से मीरा के भक्त लज्जित महसूस कर रहे हैं। इसमें मीराबाई को 'घुमक्कड़, 'पति की आज्ञा की अवहेलना करने वाली' बताया गया है। इतिहास की पुस्तक 'भारतीय इतिहास के कुछ विषय' में पृष्ठ संख्या 163 पर लिखा है 'मीरा बाई का विवाह उनकी इच्छा के विरुद्ध सिसोदिया कुल में कर दिया। उन्होंने अपने पति की आज्ञा की अवहेलना करते हुए पत्नी और मां के परंपरागत दायित्व को निभाने से इनकार कर दिया और विष्णु के अवतार कृष्ण को अपना एकमात्र पति स्वीकार किया।' इसी पुस्तक के पृष्ठ संख्या 164 पर लिखा है 'मीरा बाई के पद आज भी स्त्रियों और पुरुषों द्वारा गाए जाते हैं। खासतौर से गुजरात व राजस्थान के गरीब लोगों द्वारा 'जिन्हें नीच जाति' का समझा जाता है। मीरा बाई के बारे में अशोभनीय टिप्पणी को लेकर थार नगरी के लोगों में रोष है। इस पुस्तक में प्रकाशित आपतिजनक अनसो को तत्काल प्रभाव से हटाया जाये .मीरा बाई राजस्थानी भाषा की प्रेरणास्रोत हें उन पर इस तरह की अपमानजनक अंशों को बर्दास्त नहीं किया जायेगा . ज्ञापन में लिखा हें की .इस पुस्तक के अनसो से राजस्थानी भाषा प्रेमियों और धर से जुड़े व्यक्तियों की भावनाए आहात हुई हें .आपत्तिजनक बातों को पाठ्यक्रम से तुरंत प्रभाव से हटाया जाये .इस अवसर पर समिति के महासचिव एडवोकेट विजय कुमार ,फकीरा खान ,रमेश सिंह इन्दा ,ओम्म प्रकाश दवेदी.दिग्विजय सिंह ,तेजाराम हुड्डा ,सुल्तान सिंह रेडाना सहित समिति के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे .

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