चार हरिणों का शिकार, तीन गिरफ्तार
बाड़मेर गुड़ामालानी क्षेत्र के पादरड़ी गांव में एक खेत में शिकारियों ने चार हरिणों की हत्या कर दी एवं ग्रामीणों की आहट सुन मौके से फरार हो गए। इधर हरिणों की हत्या की सूचना मिलते ही सैकड़ों ग्रामीण व विश्नोई समाज के लोग एकत्रित हो गए एवं शिकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। पुलिस ने ग्रामीणों से समझाइश करते हुए तत्परता दिखाकर मामले के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पादरड़ी सरहद में बुधवार को कालूराम पुरोहित के खेत में अज्ञात शिकारियों ने चार हरिणों की हत्या कर दी। हरिणों के शव कपड़े व बोरे में बांध ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि ग्रामीणों के की आवाज को सुनकर हरिणों के शव व बोरे छोड़ कर भाग गए। आसपास के ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस व वन विभाग को दी।
हरिणों की हत्या की खबर मिलते ही घटनास्थल पर ग्रामीण व बड़ी संख्या में विश्नोई समाज के लोग एकत्रित हो गए एवं शिकारियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी करने लगे। सूचना मिलने पर थानाप्रभारी गौरव अमरावत मौके पर पहंुचे एवं ग्रामीणों से समझाइश की। इधर सूचना मिलने पर क्षेत्रीय वनपाल धोरीमन्ना नवलाराम चौधरी, सहायक वनपाल गेमराराम सेजू, वनपाल रामसिंह आदि मौके पर पहंुचे।
इधर घटना के बाद वन्य जीव रक्षा कमेटी गुड़ामालानी, साचोर व जालोर के पदाधिकारियों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रदर्शन जारी रखा। ग्रामीणों की मांग पर धोरीमन्ना से आयी मेडिकल टीम द्वारा मृत हरिणों का पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए शिकार के आरोपी दुर्गाराम, कालुराम व भोमाराम पुत्र रूड़ाराम निवासी सिन्धासवा को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि के बाद ग्रामीण प्रदर्शन से हटे व शाम को मामला शांत हुआ।
बाड़मेर गुड़ामालानी क्षेत्र के पादरड़ी गांव में एक खेत में शिकारियों ने चार हरिणों की हत्या कर दी एवं ग्रामीणों की आहट सुन मौके से फरार हो गए। इधर हरिणों की हत्या की सूचना मिलते ही सैकड़ों ग्रामीण व विश्नोई समाज के लोग एकत्रित हो गए एवं शिकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। पुलिस ने ग्रामीणों से समझाइश करते हुए तत्परता दिखाकर मामले के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पादरड़ी सरहद में बुधवार को कालूराम पुरोहित के खेत में अज्ञात शिकारियों ने चार हरिणों की हत्या कर दी। हरिणों के शव कपड़े व बोरे में बांध ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि ग्रामीणों के की आवाज को सुनकर हरिणों के शव व बोरे छोड़ कर भाग गए। आसपास के ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस व वन विभाग को दी।
हरिणों की हत्या की खबर मिलते ही घटनास्थल पर ग्रामीण व बड़ी संख्या में विश्नोई समाज के लोग एकत्रित हो गए एवं शिकारियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी करने लगे। सूचना मिलने पर थानाप्रभारी गौरव अमरावत मौके पर पहंुचे एवं ग्रामीणों से समझाइश की। इधर सूचना मिलने पर क्षेत्रीय वनपाल धोरीमन्ना नवलाराम चौधरी, सहायक वनपाल गेमराराम सेजू, वनपाल रामसिंह आदि मौके पर पहंुचे।
इधर घटना के बाद वन्य जीव रक्षा कमेटी गुड़ामालानी, साचोर व जालोर के पदाधिकारियों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रदर्शन जारी रखा। ग्रामीणों की मांग पर धोरीमन्ना से आयी मेडिकल टीम द्वारा मृत हरिणों का पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए शिकार के आरोपी दुर्गाराम, कालुराम व भोमाराम पुत्र रूड़ाराम निवासी सिन्धासवा को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि के बाद ग्रामीण प्रदर्शन से हटे व शाम को मामला शांत हुआ।
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